सोलन में पटवारी - कानूनगो की मिली भगत से सामान्य वर्ग के व्यक्ति द्वारा अनुसूचित जाति के व्यक्ति की घासनी हड़पने का प्रयास।

देवभूमि पब्लिक स्कूल जगातखाना (रामपुर बुशहर) की ओर से सभी विद्यार्थियों एवम अभिभावकों को होली / राम नवमी / नवरात्र पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।
22 मार्च
ब्यूरो सोलन, अखण्ड भारत दर्पण
सोलन जिले के दाड़लाघाट तहसील के अंतर्गत गांव मोहाल बैरल में स्थानीय पटवारी और कानूनगो की मिली भगत से सामान्य वर्ग के एक व्यक्ति द्वारा अनुसूचित जाति से सम्बंधित गरीब व्यक्ति अनंत राम की मलकीयत घासनी हड़पने का मामला सामने आया है। गनीमत यह है कि पीड़ित व्यक्ति, कानूनगो वृत, भराड़ीघाट, पटवारी वृत मांगल मोहाल, बैरल में जमाबंदी साल 2015-16 के अनुसार खसरा न० 227, 227, 228 के अंतर्गत घासनी का मालिक है।
दोनों व्यक्तियों की घासनी साथ साथ है।
पीड़ित व्यक्ति के कथनानुसार:- उक्त व्यक्ति कई सालों से उक्त विवादित घासनी पर अपना कब्जा जता रहा है और आए दिन इस बात को लेकर उसे तंग करता रहता है। सामान्य वर्ग के व्यक्ति ने पटवारी व कानूनगो को मौके पर लाकर पीड़ित व्यक्ति की गैरमौजूदगी में घासनी पैमाइश की और कर्मचारियों ने उक्त भूमि सामान्य वर्ग के व्यक्ति को पैमाइश कर सौंप दी।
जब पीड़ित व्यक्ति ने इसका विरोध किया तो उक्त व्यक्ति ने उसके साथ मार पिटाई की। पीड़ित व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत की पर अभी तक इस पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई है
। Qहिमाचल प्रदेश समता सैनिक दल के प्रदेशाध्यक्ष श्री डी० आर० अम्बेडकर के ध्यान में आने पर उन्होंने उक्त पटवारी से मोबाइल फ़ोन के माध्यम से इस मामले के बारे में बातचीत की। इस वार्ता लाप में पटवारी ने पीड़ित व्यक्ति की भूमि का सरकारी भूमि करार दिया है। इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगने पर बात को टाल मटोल करते हुए पटवारी ने फ़ोन काट दिया।
उच्चाधिकारियों से इस मामले की पुनः हदबंदी की पैमाइश के बारे में पटवारी को मालूम होने पर , पीड़ित व्यक्ति को फ़ोन कर के बताया कि वह उसके कार्यालय में आए और वहीं बैठ कर मामले को सुलझा लेंगे।
उधर समता सैनिक दल के प्रदेशाध्यक्ष ने प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय जयराम ठाकुर जी से आग्रह किया है कि इस मामले की उच्चाधिकारियों से गहन जांच के आदेश दिये जायें, ताकि पीड़ित पक्ष को न्याय मिल सके और दोषी व्यक्ति व कर्मचारियों के खिलाफ कानून के अनुसार कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना पुनः न घटे। यदि इस पर उचित कार्यवाही समय रहते न  की गई तो समता सैनिक दल विरोध प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगा।

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