वैक्सीनेशन का तीसरा चरण हिमाचल में 1 मई से शुरू न होकर मई के अंतिम सप्ताह में शुरू हो सकता है | प्रदेश सरकार ने बताया कि कोविड वैक्सीन की 73 लाख डोज का आर्डर सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को दिया गया है। इसे पहुंचने में कम से कम 4 हफ्ते लग सकते हैं|
हिमाचल प्रदेश के अधिकतर कॉलेज के प्रिंसिपल चाहते हैं फर्स्ट और सेकंड ईयर के विद्यार्थियों की परीक्षा नहीं करवाई जाए। इस बारे में उन्होंने उच्च शिक्षा निदेशालय को सुझाव भेजें है।अब इन सुझावों के आधार पर प्रस्ताव तैयार कर मंत्रिमंडल को भेजा जाएगा। इसका अंतिम फैसला प्रदेश सरकार द्वारा लिया जाएगा।
बिलासपुर के घुमारवीं में एक करोड़ 33 लाख 86 हजार रुपए की लागत से ई- लाइब्रेरी का निर्माण किया जाएगा। इसका निर्माण स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं में किया जाएगा। ई- लाइब्रेरी वाला स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय प्रदेश का पहला कॉलेज होगा। इसके भवन निर्माण का कार्य 15 दिनों के अंदर शुरू हो जाएगा।
विकासखंड आनी के चनास में दो व्यक्तियों पर अफीम की खेती करने के जुर्म में पुलिस ने मादक द्रव्य अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जब पुलिस की टीम गश्त के दौरान विकासखंड आनी के सिनवी गांव में गई थी तो पुलिस को जानकारी मिली की चनास में लोग अवैध रूप से अफीम की खेती कर रहे हैं। पुलिस ने जब मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया तो 2 व्यक्तियों ने जौ और मटर की फसल के बीच अफीम के पौधे लगा रखे थे। एसपी कुल्लू गौरव सिंह ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज होने की पुष्टि की।
कोरोना महामारी से निपटने के लिए बनाए गए राज्य आपदा राहत कोष में लोग खुलकर दान कर रहे हैं। 26 अप्रैल तक राहत कोष में लगभग 85 करोड रुपए जमा हो चुके थे। इसमें से लगभग 66 करोड रुपए विभिन्न जिलों और विभागों को जारी किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज जिला सिरमौर में कोरोना से बिगड़ते हालातों का जायजा लेने के लिए नाहन पहुंचे। नाहन सर्किट हाउस पहुंचते ही मुख्यमंत्री ने डॉo वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन का दौरा किया। इस दौरान कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजनों ने मुख्यमंत्री के सामने अपना दुखड़ा रोया। कोरोना संक्रमित मरीजों के तामीरदारों ने कहा कि कोविड वार्ड में रोगियों की सही से देखभाल नहीं की जा रही है। स्थानीय विधायक ने भी लोगों की बातों का समर्थन किया तथा चिकित्सकों की लापरवाही के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
कोरोना के कारण सभी शिक्षण संस्थान 10 मई तक बंद कर दिए गए हैं। शिक्षण संस्थान भले ही बंद रहेंगे लेकिन शिक्षकों का रोजाना बच्चों को ऑनलाइन कक्षाएं लगानी होगी और हर हफ्ते बच्चों का ऑनलाइन टेस्ट लेना होगा।
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