गुर दास जोशी।
ब्यूरो रामपुर।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कुल्लू जिला के निरमण्ड में मंगलवार को 72वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव की अध्यक्षता की तथा इस अवसर पर उन्होंने रूद्राक्ष का पौधा भी लगाया । मुख्यमंत्री ने लोगों की सुविधा के लिए निरमण्ड में उप-मंडलाधिकारी (नागरिक) कार्यालय खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र निथर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में , राजकीय उच्च विद्यालय दुराह और कुशवा को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में स्तरोन्नत करने, प्राथमिक विद्यालय देऊरी को राजकीय माध्यमिक विद्यालय में स्तरोन्नत करने, शवाड में जल शक्ति विभाग का उप मण्डल खोलने, ब्रौ से हनुमान घाट, रामपुर बाजार तक फुट ब्रिज का निर्माण करने और पंजेरा पशु औषधालय को पशु अस्पताल में स्तरोन्नत करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लुहरी से नोर सड़क को मुख्य जिला सड़क के रूप में स्तरोन्नत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिए आनी और निरमण्ड क्षेत्रों में अतिरिक्त बसों का परिचालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजकीय महाविद्यालय निरमण्ड के भवन निर्माण के लिए उचित धनराशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुफराधार में हेलीपेड का निर्माण किया जाएगा। साथ ही उन्होंने आनी में प्रेस क्लब भवन निर्माण के लिए 20 लाख रुपये की घोषणा की।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने आनी विधानसभा क्षेत्र में लगभग 234 करोड़ रुपये लागत की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किए। उन्होंने 44.60 करोड़ रुपये लागत की 12 विकासात्मक परियोजनाएं समर्पित कीं, जिसमें निरमण्ड में निर्मित बस अड्डा, अरसू-कुंडाकोड सड़क, विकास खण्ड निरमण्ड के अन्तर्गत ग्राम पंचायत बाड़ी, तुनन, पोशना, बाहवा, खरगा और कुशवा गांवों के लिए जलापूर्ति योजना, विकास खण्ड आनी के ग्राम पंचायत शिल्ली, गमोघ, लोट, दुराह की शेष बस्तियों के लिए उठाऊ पेयजल योजना, सीवी फ्रानाली, डिंगीधार और बियुंगल की शेष बस्तियों के लिए उठाऊ पेयजल योजना, देवथन, थारवी सड़क, शारू कपटी सड़क, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भवन निरमण्ड, कल्याण भवन आनी, वन विश्राम गृह पनेऊ, निरीक्षण कुटीर चुनागई धनुधार में 22 केवी कंट्रोल प्वाइंट के उद्घाटन शामिल हैं।
जय राम ठाकुर ने 189.20 करोड़ रुपये की लागत की 17 विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास किए। इसमें विकास खण्ड निरमण्ड की कुर्पण खड्ड के वाम तट पर विभिन्न जल आपूर्ति योजनाओं के संवर्धन का कार्य, बहाव सिंचाई योजना कुर्पण कूहल के कमांद विकास क्षेत्र के निर्माण कार्य, विकास खण्ड निरमण्ड में बहाव सिंचाई योजना,नोर लांज के कमांद विकास क्षेत्र के निर्माण कार्य, विकास खण्ड निरमण्ड में जलापूर्ति योजना शानू, जटेहड़ का संवर्धन व पुनर्निर्माण, जलापूर्ति योजना निरमण्ड और जलापूर्ति योजना रैमू,केदस, जलापूर्ति योजना चाटी, जलापूर्ति योजना बायल, ढरोपा और जलापूर्ति योजना कोयल का संवर्धन व पुनर्निर्माण, विकास खण्ड आनी में सीवी करशाईगाड और बिशलाधार के अंतर्गत उठाऊ पेयजल योजना करशाईगाड, डगेड़ के संवर्धन कार्य का शिलान्यास, विकास खण्ड आनी की ग्राम पंचायत डिंगीधार में बैहना खड्ड से शेगुबाग उठाऊ जलापूर्ति योजना, उठाऊ जलापूर्ति योजना खुन्न, बांदल कोहिला,कमांद के संवर्धन कार्य का शिलान्यास, विकास खण्ड निरमण्ड में बहाव सिंचाई योजना कोयल के कमांद विकास क्षेत्र के निर्माण कार्य का शिलान्यास, विकास खण्ड आनी में जलापूर्ति योजना खनाग, जलापूर्ति योजना नगोट, पाली, परकौट और जलापूर्ति योजना खादवी, काफटी के संवर्धन एवं पुनर्निर्माण कार्य का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने विकास खण्ड निरमण्ड में 17.69 करोड़ रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना राठीनाला जलापूर्ति आपूर्ति योजना नागछो और जलापूर्ति आपूर्ति योजना निथर, देहरा तथा कठार का शिलान्यास किया। उन्होंने 6.85 करोड़ रुपये की लागत से दुराह से दवारच सड़क के स्तरोन्नत , विश्राम गृह आनी में छः अतिरिक्त कमरों, कल्याण भवन निरमण्ड, उप-कोषागार कार्यालय आनी के भवन, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खनाग, 100 बिस्तरों वाले नागरिक अस्पताल आनी और निरीक्षण कुटीर सराहर के शिलान्यास किए।
निरमण्ड में आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वतीय राज्य होने के कारण हिमाचल में वनों का विशेष महत्व है। वह न केवल हिमालय क्षेत्र के पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं बल्कि राज्य की ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य के विभिन्न भागों में 14 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में 1.40 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बालिकाओं के सशक्तिकरण और हरित आवरण को बढ़ाने के लिए एक बूटा बेटी के नाम कार्यक्रम शुरू किया गया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमालय राष्ट्र को शुद्ध वायु प्रदान करता है और यह सभी का दायित्व है कि हम वनों का संरक्षण करें। उन्होंने कहा कि वनों के संरक्षण में स्वयं सहायता समूह, महिला मण्डल और गैर सरकारी संस्थाएं सराहनीय कार्य कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि 20 और 21 जुलाई को आयोजित किए जाने वाले अभियान के दौरान प्रदेश के विभिन्न वन मण्डलों में 246 स्थानों पर लगभग 11 लाख पौधे रोपित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष वन विभाग नगर परिषदों और पंचायतों के वार्ड सदस्यों को अपने संबंधित क्षेत्रों में स्थानीय समुदायों की सहायता से पौध रोपण के लिए 51-51 पौधे प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष रेडक्राॅस द्वारा एक लाख अतिरिक्त पौधे भी रोपित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष के दौरान क्षेत्र में 3500 हेक्टेयर भूमि को लेंटाना मुक्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने पिछले लोकसभा निर्वाचन के दौरान भाजपा उम्मीदवार को 27 हजार मतों से जीत दिलाने के लिए आनी क्षेत्र के लोगों का आभार व्यक्त किया।
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