गुर दास जोशी।
रामपुर बुशहर।
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह का आज निधन हो गया है। दोबारा कोरोना के चपेट में आने के बाद से इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला मे उनका ईलाज चल रहा था ।
सोमवार को अचानक तबीयत बिगड़ने के वजह से डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर दाखिल कर दिया था जिसके बाद से वह बेसुध हालत में यहां पर उपचाराधीन थे। जहां वीरवार सुबह 3:40 मिनट पर उन्होंने आखिरी सांस ली । आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने उनकी मौत की पुष्टि की है। उनके निधन से पूरे प्रदेश को अपूर्णीय क्षति पहुंची है व पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है।
वीरभद्र सिंह का जन्म 23 जून, 1934 को बुशहर रियासत के राजा पदम सिंह के राज घराने में हुआ। लोकसभा के लिए इनका चयन पहली बार 1962 में हुआ । उसके बाद 1967, 1971, 1980 और 2009 में भी चुने गए। वे 1983 से 1985 पहली बार,1985 से 1990 तक दूसरी बार, 1993 से 1998 में तीसरी बार, 1998 में कुछ दिन चौथी बार, फिर 2003 से 2007 पांचवीं बार और 2012 से 2017 छठी बार हिमाचल के मुख्यमंत्री बने।
उन्होंने पहली बार महासू लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। वर्तमान में वीरभद्र सिंह अर्की से विधायक थे। उनके पास केंद्रीय इस्पात मंत्रालय के अलावा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय भी रहा ।
उनकी पार्थिव देह को आईजीएमसी से उनके आवास हॉलीलॉज ले जाया जाएगा और वहां अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।
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