लोकेंद्र सिंह वैदिक, ब्यूरो हिमाचल।
एमबीबीएस छात्रों ने सरकार और विभाग की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
कहा; विदेशों से पढ़ाई करने वालों को फायदा दे
रहा विभाग
स्टाफ रिपोर्टर-शिमला
प्रदेश के आईजीएमसी, आरपीजीएमसी टांडा और वाईएसपीजीएमसी नाहन मेडिकल कालेज से एमबीबीएस छात्रों ने सरकार व विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। एमबीबीएस छात्रों ने सवाल उठाया है कि सरकार व विभाग की ओर से बिना नोटिफिकेशन के ही एमबीबीएस की 81 पोस्टों के लिए वॉक इन इंटरव्यू रखे गए हंै। जबकि इंटरव्यू से पहले सरकार को नोटिफिकेशन जारी करना जरूरी है। छात्रों का कहना है कि उनकी एमबीबीएस की पढ़ाई भी पूरी नहीं हुई है, आखिरी सेमेस्टर में होने के कारण अभी इनकी इंटर्नशिप चल रही है।
ऐसे में जो छात्र विदेशों से एबीबीएस की पढ़ाई कर रहे है। उनकी पढ़ाई या तो पूरी हो चुकी है या फिर दो महीनों के अंदर पूरी हो जाएगी। ऐेसे में वह छात्र उसके लिए योग्य होंगे। उनका कहना है कि हिमाचल में इस समय एमबीबीएस की केवल 81 पोस्ट ही खाली है और कोरोना संक्रमण होने की वजह से सरकारी मेडिकल कालेज से पास होने वाले बच्चे पांच महीने देरी से एमबीबीएस पूरी कर पा रहे हैं, लेकिन विदेश से एमबीबीएस करने वाले डाक्टर या तो डिग्री पूरी कर चुके हैं या एक दो महीने में पूरी कर लेंगे। इस वजह से मंगलवार को होने वाले वॉक इन इंटरव्यू में सिर्फ विदेश से एमबीबीएम करने वाले डाक्टर ही इंटरव्यू दे सकते हैं, जिसकी वजह से सरकारी मेडिकल कालेज से एमबीबीएस करने वाले डाक्टर्स के लिए नौकरियां नहीं बचेंगी, जो कि प्रदेश के होनहार बच्चों के साथ नाइनसाफी होगी। उनकी मांग है कि इन इंटरव्यू को स्थगित किया जाए और उनकी इंटर्नशिप पूरी होने के बाद वॉक इन इंटरव्यू को रखवाया जाए।
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