हिमाचल किसान सभा खण्ड इकाई निरमण्ड के प्रतिनिधिमण्डल ने मनरेगा से संबंधित समस्याओं को लेकर खण्ड विकास अधिकारी निरमण्ड से की मुलाक़ात।

महेंद्र सिंह।
अखण्ड भारत दर्पण।
21 मार्च।
हिमाचल किसान सभा खण्ड इकाई निरमण्ड का एक प्रतिनिधिमण्डल सोमवार को खण्ड विकास अधिकारी निरमण्ड से मिला और उन्हें मनरेगा में आ रही समस्याओं से सम्बंधित एक मांग पत्र भी दिया।
  किसान सभा जिला महासचिव व पंचायत समिति सदस्य देवकी नंद,किसान सभा निरमण्ड ब्लॉक के अध्यक्ष पूरण ठाकुर,सचिव जगदीश व हिमाचल भवन एवम सड़क निर्माण यूनियन निरमण्ड ब्लॉक के सचिव अमित ने कहा कि निरमण्ड ब्लॉक की 32 पंचायतों में कानून के अनुसार वर्ष में 120 दिन का रोजगार नहीं मिल रहा है और जहां पर रोजगार मिल रहा है वहां पर मजदूरी का भुगतान समय पर नहीं हो रहा है।जिस कारण मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों को अपना जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा है।
  उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भी हर वर्ष मनरेगा के बजट में कटौती कर रही है। जिस कारण लोगों को समय पर मजदूरी नहीं मिल रही है।मनरेगा मजदूरों को कई बार दो- तीन महीने के बाद मजदूरी मिल रही है। जबकि कानून के अनुसार 15 दिन के अंदर मजदूरी का भुगतान होना चाहिए,जो नहीं हो रहा है।
  उन्होंने कहा कि निरमण्ड ब्लॉक में मस्टरोल पर 14 दिन की जगह 12 दिन का रोजगार दिया जा रहा है जिस कारण भी लोगों को पूरा रोजगार नहीं मिल रहा है।
    उन्होंने कहा कि किसान सभा ने खण्ड विकास अधिकारी को एक मांग पत्र दिया है जिसमें मुख्य रूप से मनरेगा से सम्बंधित मुद्दो को शामिल किया गया है।
जिसमें मुख्य रूप से सभी जॉब कार्ड धारकों को साल में 120 दिन का रोजगार दिया जाए ,मजदूरी का भुगतान समय पर किया जाए, हर पंचायत स्तर पर रोजगार दिवस मनाया जाए,सभी मस्टरोल मे 12 दिन की जगह 14 दिन का रोजगार दिया जाए,सभी आवेदक कर्ता को पक्की रसीद दी जाए,सभी पंचायतों में तकनीकी सहायक व ग्राम रोजगार सेवक की भर्ती की जाए।
इस प्रतिनिधिमण्डल में जवाहर लाल,मोहर सिंघ,ख्याला नंद व दुर्गा नंद शामिल थे।

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