योगी की ढोलक पर उंगलियों की कलाकारी का हर कोई दीवाना।

कुल्लू जिले के निरमण्ड खण्ड पोशना पंचायत के योग राज राणा उर्फ योगी एक ऐसी शख़्सियत है जिन्होंने संगीत की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है । 


सोशल मीडिया पर योगी ने अपनी ढोलक पर उंगलियों की कलाकारी से 17 घंटों में 1 लाख से अधिक लोगों का दिल जीता है। इनके ढोलक की मधुर धुन सुनते ही लोग नाचने के लिए तैयार हो जाते हैं।  छोटी सी उमर में संगीत के क्षेत्र में ये हमारे हिमाचल प्रदेश के लिए काफी अच्छा नाम कमा रहे हैं। 
 ये काफ़ी समय से संगीत की शिक्षा रामपुर बुशैहर महाविद्यालय से प्राप्त कर रहे हैं। 
इनका मुख्य उद्देश्य यह है कि देश में बहुत लोग ऐसे है जो ढोलक बजाना सीखना चाहता है पर वह फ़ीस देने में असमर्थ हैं । तो उनके लिए योगी ने अपना एक यूट्यूब चैनल खोला है जिसके माध्यम से वे लोगों को फ्री में ऑनलाइन हिंदी, पहाड़ी और बॉलीवुड गानों में ढोलक बजाना सीखाते हैं ।
 हिमाचल प्रदेश में यह पहले व्यक्ति है जो हिमाचली गानों पर ढोलक बजाना सीखा रहे हैं।इनका यूट्यूब चैनल योग राज राणा और फेसबुक पेज योगी रॉक स्टार के नाम से है। 
 
इन्होंने हिमाचल प्रदेश के बहुत अच्छे-अच्छे म्यूजिक डायरेक्टर के साथ ढोलक पर अपनी उंगलियों का जादू दिखाया है। ये ज्ञान नेगी , नवीन जोशी NJ music, राजेंद्र बंटू RB Music ,नीरज बिट्स ऑफ़ हिमालय म्यूजिक, संदीप ठाकुर सरगम म्यूजिक आदि के साथ काम कर चुके है। 

इनको ढोलक बजाने का शौक बचपन से ही था। परंतु वाद्य यंत्र न होने के कारण इनकी यह कला काफी समय के बाद लोगों के सामने आई । 
योगी अपने करीबी दोस्तों से ढोलक बजाने के लिए मांगते थे। ये काफी समय तक कीर्तन भजन में ढोलक बजाते रहे। बाद- बाद में उन्हें संगीत के क्षेत्र में रुचि बढ़ती गई। 

फिर उन्होंने स्टेज पर भी ढोलक बजाना शुरू किया। स्टेज पर ढोलक की शुरुआत (बिरशी मेला कशोली) 14 मई सन 2018 से की। उस समय वहां पर मुख्य आकर्षक तांत्रा बॉयज संतोष तोषी , टी.आर.कश्यप, विकी राजता, पूजा कश्यप आए थे। योगी ने अपनी उंगलियों की कलाकारी से संगीतकारों और दर्शकों का दिल जीता। उस समय वहां पर उनका अपना ही म्यूजिकल बैंड द रुद्राक्ष बैंड ऑफ बुशहर बैठा था। 

 यह प्रोग्राम उनकी जिंदगी का सबसे बेहतरीन रहा । दूसरा प्रोग्राम उनका चिमटी मेला बाड़ी में रहा। इन प्रोग्रामों को देने के बाद उन्हें काफी लोगों ने प्रोग्राम देने बुलाया। धीरे -धीरे संगीत के क्षेत्र में उनकी रूचि और बढ़ती गई। 
 
हाल ही में 2022 में उनके रामपुर बुशहर में बहुत अच्छे- अच्छे प्रोग्राम हुए जिसमें उन्होंने अपनी उंगलियों का जादू दिखाया है ।
  
योगी का कहना है कि संगीत,ढोलक की ताल के बिना अधूरा रहता है ।
ढोलक की ताल एक ऐसा बंधन है जो सभी गाने वालों और नाचने वालों को अपने साथ बांधकर रखता है।

2022 में इन्होंने ढोलक पर ऐसी खतरनाक कलाकारी की है जिससे देश में सभी लोग योगी के दीवाने हो गए है ।

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