देश की सबसे दुर्गम धार्मिक यात्राओं में से एक श्रीखंड महादेव की यात्रा के लिए अंतिम जत्था सोमवार को रवाना होगा । यह जत्था श्रीखंड महादेव के दर्शन करके संभवतः 28 या 29 जुलाई तक बेस कैंप सिंहगाड वापस लौटेगा। अधिकारिक तौर इसके बाद श्रद्धालुओं को श्रीखंड महादेव की यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस वर्ष श्रीखंड महादेव की यात्रा का आयोजन 11 जुलाई से 24 जुलाई तक किया गया । हालांकि सभी श्रद्धालुओं के श्रीखंड महादेव के दर्शन करके लौट आने तक शासन की तरफ से तैनात मेडिकल और रेस्क्यू टीम अपना काम करती रहेंगी।
श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष एवं एसडीएम निरमण्ड मनमोहन सिंह ने यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस यात्रा पर अब तक लगभग ,7031 श्रद्धालु महादेव के दर्शन कर चुके है।
आधिकारिक तौर पर यात्रा के अंतिम दिन 24 जुलाई सायं 4 बजे तक पंजीकृत 139 श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए भेज दिया गया है और 4 से 10 बजे तक पंजीकृत श्रद्धालुओं को सोमवार की सुबह यात्रा के लिए रवाना किया जाएगा।
प्रशासन ने यात्रा पर गए सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा है। लगभग 18570 फीट की ऊंचाई पर स्थित श्रीखंड कैलाश की कठिनतम यात्रा के लिए कई प्रदेशों से श्रद्धालु पहुंचे। । बता दें कि श्रीखंड महादेव की यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को 32 किलोमीटर की सीधी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। इसके अलावा बर्फीला रास्ता, खराब मौसम, ऑक्सीजन की कमी यात्रा को और भी खतरनाक बना देती है।
लेकिन इन सब मुश्किलों के बावजूद भी यात्रा को लेकर शिव भक्तों में भारी उत्साह देखने को मिला । इस यात्रा में हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, उतर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, केरल, सहित अन्य राज्यों से शिव भक्तों ने महादेव के दर्शन किए।
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