भाजयुमो जिला अध्यक्ष पारुल शर्मा ने शिमला से जारी प्रेस ब्यान मे कहा कि शिमला ग्रामीण के फेसबुक के माध्यम से चर्चित रहने वाले विधायक अक्सर व्टसअप यूनिवर्सिटी जैसे शब्दों का उपयोग करते रहते हैं और चर्चा में बने रहने के चक्कर में आजकल अनाप-शनाप ब्यानबाजी करते रहते है। ऐसा ही एक वाक्या पिछले दिनों का है जब उन्होंने अपने फ़ेसबुक पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी के रेस्टोरेंट के ऊपर भी अपनी फ़ेसबुक पर झूठी जानकारी प्रसारित की है।
दूसरों को व्टसअप यूनिवर्सिटी का उत्पाद बताने वाले विधायक ये भूल गए है कि ये झूठी खबर है, जिसकी सत्यता की जांच स्वयं फ़ेसबुक ने की है। और उनकी इसी पोस्ट के नीचे अब पार्टली फालस् इन्फाॅरमेशन लिख कर आ रहा है।
अपनी माताजी की जीत से अति विश्वास मे जी रहे शिमला ग्रामीण के विधायक सामंती विचारधारा से ग्रसित है। जबकि इन्हें याद रखने की आवश्यकता है कि अहंकार तो रावण का भी नहीं रहा था। वह स्वयं शिमला ग्रामीण मे बाहर से आए हुए हैं तथा इसी ग्रामीण क्षेत्र ने भाजपा के एक साधारण से कार्यकर्ता भगत राम चौहान ने तत्कालीन कांग्रेस के धाकड़ मंत्री जे बी एल को भी धूल चटवाई थी तो विक्रमादित्य सिंह कौन है। वहीं इनके पिता जो प्रदेश के कई दफा मुख्यमंत्री रहे हैं वह भी जुब्बल कोटखाई से, और माता मंडी लोकसभा से चुनाव हार चुके हैं।
इन्हें समझना चाहिए कि ग्रामीण की जनता ने इन्हें चुनाव जीता कर विधानसभा भेजा है तो उल्ल-जलुल से बचकर ग्रामीण के विकास के बारे में सोचना चाहिए। पिछले 1 साल से शिमला ग्रामीण की जनता के बीच में जा कर इन्होंने बहुत सी ऐसी घोषणाएं की है जिनमे इनके द्वारा एक रुपया भी विधायक निधि से नहीं दिया गया है ।
पारुल शर्मा ने विक्रमादित्य सिंह को चुनौती देते हुए कहा कि वह अपने विधान सभा हल्के की 5 ऐसी योजनाओं के नाम बताओ जिसको इन्होंने सदन में या सरकार के समक्ष उठाया है। इनके हल्के के सराज क्षेत्र की 9 पंचायतों की जनता तो 5 वर्षों से इनकी शक्ल देखने को तरस गई है।
भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और प्रदेश की सरकार ने प्रदेश के विकास में भरपूर योगदान दिया है। आयुष्मान भारत, हिमकेयर, उज्जवल योजना, गृहणी योजना, स्वास्थ्य में , एम्स, PGI सेंटर, हाईवेज इसी सरकार के समय में आया है , इनके पिताजी की सरकार मे तो नए प्रोजेक्ट्स की DPR तक तैयार नहीं होती थी।
पारुल शर्मा ने कहा कि विक्रमादित्य ने आज तक पिछले साढ़े चार वर्षों का हिसाब मांगते हुए कहा कि इन्होंने शिमला ग्रामीण से जुड़े हुए किसी भी मुद्दे को विधान सभा मे नहीं उठाया है, सरकार के समक्ष नहीं रखा है। पूरा हिमाचल इनको उल्ल-जलूल की बातों के लिए जानता है।
भाजयुमो शिमला जिलाध्यक्ष पारुल शर्मा ने विक्रमादित्य सिंह को कहा है कि वो अपनी फ़ेसबुक पर स्मृति ईरानी की बेटी के रेस्टोरेंट के बारे में जो झूठी जानकारी इन्होंने प्रेषित की है जिसकी सत्यता की जांच स्वयं फ़ेसबुक ने की है और उनकी उसी पोस्ट पर Partly False Information लिख कर आ रहा है, उसके लिए प्रदेश और देश की जनता से माफी मांगे और अपने हल्के के विषय मे सोचे अन्यथा जनता उनको निश्चित रूप से बाहर का रास्ता दिखाएगी।
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