आनी से चित्रकूट सड़क पर तहसील कार्यालय के पास ग्रामीण श्रमदान और आपसी आर्थिक सहयोग से लगा रहे हैं डंगा।

ब्यूरो रिपोर्ट आनी।
➡️ गौरतलब है कि छ: जुलाई बुध बार को उक्त स्थान से गिरा था टिप्पर।
➡️इस सड़क की मुरम्मत एवम रख रखाव के लिए विधायक निधि से पंद्रह लाख रुपए मंजूर: ग्रामीणों का दावा।
➡️नगर पंचायत आनी ने विधायक निधि से प्राप्त पंद्रह लाख रुपए की राशि को अन्य सड़क मुरम्मत कार्य में खर्च: ग्रामीणों का आरोप।
➡️पिछली बरसात से अब तक यह सड़क बंद।


विकास खण्ड आनी के अंतर्गत एक ग्रामीण सड़क जो एसडीएम रेजिडेंस से दोघरी और चित्रकूट तक जाती है। ग्रामीण बताते हैं कि इसका निर्माण पंचायतों के अधीन 1997 में हुआ था और तब से अब तक यह सड़क उपेक्षित है। तब यह जाबन क्षेत्र को आनी बाज़ार से जोड़ने वाली सबसे नजदीक की एकमात्र सड़क थी। 
वर्तमान समय में इस सड़क का कुछ हिस्सा नगर पंचायत आनी और शेष हिस्सा साथ लगती ग्राम पंचायतों के अधीन है।
ध्यान रहे कि यह सड़क मार्ग पिछले साल बरसात के दौरान कई जगह क्षतिग्रस्त हुई थी और एक जगह तहसील कार्यालय के समीप इसका डंगा ढह गया था।जिसके कारण यह सड़क लंबे समय तक अवरुद्ध रही।
इतना ही नहीं,पिछले बुधवार छ: जुलाई को इस जगह से एक टिपर गिर गया था।
ग्रामीणों का कहना है कि आनी मेले के दौरान विधायक महोदय ने इस सड़क मार्ग के रख रखाव एवम मुरम्मत के लिए पंद्रह लाख रुपए की राशि स्वीकृत करने का आश्वासन दिया था।
ग्रामीणों ने बताया कि विधायक निधि से नगर पंचायत आनी को पंद्रह लाख रुपए की राशि प्राप्त हो गई थी। मगर नगर पंचायत आनी ने उक्त राशि को दूसरे सड़क मार्ग के रख रखाव पर खर्च किया है।
ग्रामीणों ने शासन और प्रशासन से मांग की है कि उक्त सड़क के रख रखाव एवम मुरम्मत के अतिरिक्त धन उपलब्ध करवाया जाए और उक्त धन की इसी सड़क पर व्यय करना सुनिश्चित किया जाए।
बहराल,आनी से चित्रकूट सड़क पर तहसील कार्यालय के पास ग्रामीण श्रमदान और आपसी आर्थिक सहयोग से लगा रहे हैं डंगा।



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