अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की शोध इकाई द्वारा शनिवार को एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा नितिन व्यास एवं रिसोर्स पर्सन डा. तरुण शर्मा विशेष रुप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में 136 शोधार्थियों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। सेमिनार की थीम Falsification, fabrication and plagiarism in Research ’ विषय पर रही।
मुख्य अतिथि डा. नितिन व्यास ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया एवं उन्होंने शोधार्थियों को शोध की प्रासंगिकता से अवगत करवाया।
वहीं रिसोर्स पर्सन डा. तरुण ने प्रभावित रूप विषय का प्रस्तुतिकरण किया व शोधार्थियों को शोध के सम्बंध में अत्यधिक महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर ज्ञानवर्धक तथ्य प्रस्तुत किए जो शोध के लिए महत्वपूर्ण है।
प्रदेश विश्वविद्यालय शोध समिति के संयोजक रिंकू कुमार ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के शोध आयाम की जानकारी देते हुए शोध की स्थापना के प्रयोजन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शोध का उद्देश्य सभी शोधार्थियों को एक मंच पर लाना है तथा शोध से संबंधित समस्याओं का निवारण, शोध को देश हित व समाज उपयोगी बनाना ,शोध विषयों के नवीनीकरण हेतु कार्यशालाएं आयोजित करना , शोध आधुनिक व परंपरागत हो। समय की मांग व आवश्यकता के अनुसार हो। इस प्रायोजन हेतु संगोष्ठियों का आयोजन करना है। विश्वविद्यालय के शोधार्थियों के लिए आगे भी ऐसे कार्यक्रम निरंतर आयोजित होते रहेंगे ताकि विश्वविद्यालय के शोधार्थियों को अपने अपने शोध क्षेत्र में सही दिशा प्रदान करने में मदद मिल सके।
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