➡️ पुराना बस अड्डा आनी स्थित सार्वजनिक शौचालय परिसर में समान सहित किया शिफ्ट।
➡️जहां टॉयलेट से दुर्गंध आती रहती है।
➡️शासन- प्रशासन ने अब तक सुध नहीं ली।
➡️स्थानीय जनता राजू को खिला रही है खाना।
➡️पिछले बारह सालों से आनी के किरण बाज़ार निवासी रिंकू के घर में किराए के एक कमरे में रह रहा था।
आनी: ब्यूरो रिपोर्ट।
उभरते शहर आनी में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला प्रकाश में आया है। सूत्रों से प्राप्त सूचना के अनुसार कि चालीस वर्षीय राजू पेश से मजदूर पिछले बारह सालों से आनी के किरण बाज़ार निवासी रिंकू के घर में किराए के एक कमरे में रह रहा था।
लगभग पंद्रह दिन पूर्व मकान मालिक ने उसे घर से उसके समान सहित निकल दिया। तब से राजू पुराना बस अड्डा आनी स्थित सार्वजनिक शौचालय परिसर में अमानवीय,दुर्गंध भरी जिंदगी जीने को मजबूर है ।
इन वर्षों में राजू अपने मकान मालिक को बदस्तूर किराया मई 2022 तक देता आया है। प्रेम बहादुर ठेकेदार जिसके पास वह मार्च तक मजदूरी कर रहा था,ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि राजू को एक आंख से दिखाई नहीं देता था। मार्च माह में वह लगातार चार दिन काम पर नहीं आया।उसके बाद उसने कहा कि मुझे दूसरी आंख से भी दिखाई नहीं दे रहा है। तत्पश्चात ठेकेदार ने उसकी पूरी देय मजदूरी का भुगतान कर दिया और अपने खर्चे पर उसे कांगड़ा नेत्र अस्पताल लेंस डालने ले गया। दुर्भाग्यवश लेंस कामयाब नहीं रहा। तब से वह दोनो आंखों से अंधा है। उसका इस दुनिया में कोई नहीं है।
उसके बाद उसे सरकारी अपंग अश्रयालय में भेजने के लिए तहसील कल्याण अधिकारी आनी की सिफारिश के अनुसार उप मण्डलाधिकारी (ना) के माध्यम से सरकार को फाइल सौंपी है।
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