जिला मण्डी के करसोग में बिपाशा भाटिया ने बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) के रूप में मंगलवार को अपना पदभार संभाला । बता दें कि बिपाशा भाटिया की माता नैना भाटिया पहले से ही इसी विभाग के करसोग के अंतर्गत आने वाले वृत्त कामक्षा में बतौर सुपरवाइजर सेवाएं दे रही हैं। पूरे क्षेत्र के लिए यह गौरव की बात है कि माँ और बेटी एक ही विभाग में कार्य करेंगी । बिपाशा के पिता हरि शरण भाटिया ग्राम पंचायत लोअर करसोग के प्रधान पद पर अपने क्षेत्र की सेवा कर रहे हैं।
नैना भाटिया ने 30 वर्ष पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर नियुक्त हुई तथा वह वर्तमान में सुपरवाइजर के पद पर पहुंच चुकी हैं। लगभग तीन वर्ष पहले बिपाशा भाटिया की प्रथम नियुक्ति आनी में हुई और मंगलवार को स्थानांतरण होने बाद बिपाशा ने बाल विकास परियोजना अधिकारी करसोग का पदभार संभाला ।
बिपाशा की माता नैना भाटिया का कहना हैं कि उन्हें अपनी होनहार बेटी पर बहुत गर्व है कि वह जिस विभाग में सुपरवाइजर हैं उनकी बेटी उसी विभाग में बाल विकास परियोजना अधिकारी हैं।
बिपाशा का कहना है कि उन्होंने जब से बाल विकास परियोजना विभाग में अपनी सेवाएं देनी शुरू की हैं तब से उनका यही प्रयास रहा है कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जाए। ताकि जनता इसका लाभ उठा सके। करसोग में पद संभालने के बाद मेरी यही प्राथमिकता रहेगी, परंतु इसी के साथ इस बात पर भी विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा कि कोई भी बाल विवाह न हो। किशोरियों में कुपोषण न हो। मेरा यही प्रयास रहेगा कि आम लोगों के लिए सेवा समर्पण की भावना से कार्य करती रहूं।
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