अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई के कार्यकर्ताओं ने सोमवार शिक्षक दिवस के सुअवसर पर विवि के विभिन्न विभागों में कार्यरत शिक्षकों को उपहार भेंट कर उनका अभिनंदन किया।
इकाई अध्यक्ष आकाश नेगी ने कहा कि शिक्षा के चार स्तंभ होते हैं। छात्र, शिक्षक, अभिभावक और समाज। इन चारों में परस्पर संबंध अच्छे हो तो एक अच्छे राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है। शिक्षक का समाज में सहज सम्मान हो उसे किसी विशेष दिन की आवश्यकता नहीं है। शिक्षक को केवल सम्मान की आवश्यकता है और विद्यार्थी परिषद एकमात्र ऐसा संगठन है जिसकी परिकल्पना ही छात्र और शिक्षक के संबंधों पर हुई है। इस स्नेह भेंट के उपरांत परिषद के कार्यकर्ताओं ने सभी शिक्षकों से आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि गुरु ही शिष्य को चरित्रवान बना सकते हैं एवं इस भौतिकवादी युग में पाठ्यक्रम में नैतिक शिक्षा परम आवश्यक है। आकाश ने कहा कि गुरु-शिष्य परंपरा भारत की संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा है। जीवन में गुरु का स्थान कभी कोई नहीं ले सकता। भारत में प्राचीन समय से ही गुरु व शिष्य परंपरा चली आ रही है। जीवन जीने का असली सलीका हमें शिक्षक ही सिखाते हैं एवं सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं।
इस मुलाक़ात के उपरांत आकाश ने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरु महिमा की चर्चा आदिकाल से ही होती रही है और आगे भी यथावत् होती रहेगी। गुरु समाज को शिक्षित कर देश के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। ऐसे में परिषद के कार्यकर्ता विवि के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं के ऋणी है जिनके बताए मार्गों व आदर्शों पर चलकर परिषद के कार्यकर्ता उज्जलव भविष्य की ओर अग्रसर है।
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