अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश के प्रदेश मंत्री ने ब्यान जारी करते हुए कहा है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का राष्ट्रीय अधिवेशन इस बार जयपुर (राजस्थान) में 25 से 27 नवंबर 2022 को होना निश्चित हुआ है। इस राष्ट्रीय अधिवेशन में पूरे भारतवर्ष के कार्यकर्ता लघु भारत के दर्शन करने आएंगे।इस अधिवेशन में पूरे देश भर से प्रत्येक प्रदेश द्वारा साल भर किए गए रचनात्मक, आंदोलनात्मक गतिविधियों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इस राष्ट्रीय अधिवेशन में नव निर्वाचित सत्र 2022-23 के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजशरण शाही व राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल अपना दायित्व संभालेंगे।
डॉ. राजशरण शाही (उत्तर प्रदेश) और याज्ञवल्क्य शुक्ल (बिहार) देश के अग्रणी छात्र hmm lo संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्रमशः राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय महामंत्री के रूप में सत्र 2022-23 हेतु नव निर्वाचित हुए हैं। यह घोषणा बुधवार को अभाविप केन्द्रीय कार्यालय (मुंबई) से की गई।
अभाविप के केन्द्रीय कार्यालय से आज चुनाव अधिकारी डॉ. एस. सुब्बैया द्वारा जारी वक्तव्य के अनुसार उपरोक्त दोनों पदों का
कार्यकाल एक वर्ष रहेगा एवं दोनों पदाधिकारी जयपुर (राजस्थान) में दिनांक 25 से 27नवम्बर, 2022 को होने वाले 68वें राष्ट्रीय अधिवेशन में अपना पदग्रहण करेंगे।
डॉ. राजशरण शाही मूलतः उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से हैं। इनकी शिक्षा शिक्षाशास्त्र में PhD तक हुई है। वर्तमान में ये बाबासाहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ में शिक्षाशास्त्र विभाग में सह-आचार्य के पद पर कार्यरत हैं। इन्होंने अभी तक पाँच पुस्तकों का लेखन व संपादन किया है। अभी तक इनके 103 से अधिक शोधपत्र एवं लेख राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं एवं संगोष्ठियों में रखे जा चुके हैं। साथ ही शिक्षा से जुड़े विषयों पर दैनिक पत्रों में इनके लेख प्रकाशित हुए हैं।
ये प्रतिष्ठित भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला में असोसिएट रहे हैं। 2017 में श्रेष्ठतम शिक्षक का योगीराज बाबा गंभीर नाथ स्वर्ण पदक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान किया गया। उत्तर प्रदेश की विभिन्न शैक्षिक एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन संबन्धी महत्वपूर्ण समितियों के ये सदस्य भी हैं। शिक्षा व सामाजिक विषयों के गहन चिंतक व उत्तर प्रदेश में संगठन कार्य को आगे बढ़ाने में इनकी महती भूमिका रही है। ये 1989 में विद्यार्थी जीवन से अभाविप के संपर्क मे हैं। शिक्षक कार्यकर्ता के रूप में आप अब तक गोरखपुर महानगर अध्यक्ष से लेकर गोरक्ष प्रांत अध्यक्ष आदि दायित्वों का निर्वहन कर चुके है। वर्तमान में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। आगामी सत्र 2022-23 हेतु राष्ट्रीय अध्यक्ष के दायित्व पर निर्वाचित हुए हैं। आपका निवास लखनऊ है।
याज्ञवल्क्य शुक्ल मूलतः झारखंड के गढ़वा जिले से हैं। इनकी शिक्षा रांची विश्वविद्यालय से भूगोल विषय में PhD तक हुई
है। आपका शोध झारखंड के पलामू प्रमंडल में कोरबा जनजाति का सांस्कृतिक भूगोलीय अध्ययन विषय पर हुआ है। आपने नीलाम्बर-पिताम्बर विश्वविद्यालय से भूगोल विषय में परास्नातक में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। आप श्री जगजीत सिंह नामधारी महाविद्यालय, गढ़वा के निर्वाचित छात्रसंघ अध्यक्ष तथा रांची विश्वविद्यालय के निर्वाचित छात्रसंघ उपाध्यक्ष रहे हैं। आपने वर्ष 2018 में भारत सरकार द्वारा आयोजित भारतीय युवा प्रतिनिधिमंडल की श्रीलंका यात्रा का प्रतिनिधित्व किया है। आप विद्यालयी जीवन से ही परिषद के संपर्क में हैं तथा वर्ष 2009 से पूर्णकालिक कार्यकर्ता हैं। झारखंड के युवाओं को भ्रमित करने वाले षड्यंत्रों को परास्त कर आपने 'जुटान' जैसे विभिन्न सफल प्रयोगों से जनजातीय विद्यार्थियों को अवसर प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका
निभाई है। पूर्व में आपने रांची महानगर संगठन मंत्री, झारखंड प्रांत संगठन मंत्री तथा केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य जैसे महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन किया है। वर्तमान में आप बिहार क्षेत्र के क्षेत्रीय सह संगठन मंत्री हैं। आगामी सत्र 2022- 23 हेतु आप राष्ट्रीय महामंत्री के दायित्व पर निर्वाचित हुए हैं। आपका केंद्र पटना है।
0 Comments