अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमला द्वारा वीरवार को यूजी के खराब परीक्षा परिणामों को लेकर शिमला शहर के सभी कॉलेजों के छात्रों को लामबंद करते हुए विश्वविद्यालय में उग्र प्रदर्शन किया गया ।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने यूजी के प्रथम और द्वितीय वर्ष के परीक्षा परिणामों को लेकर विद्यार्थियों में अत्यंत रोष है और जिसके खिलाफ शिमला शहर के सभी कॉलेजों के विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय परिसर में विद्यार्थी परिषद के साथ मिलकर ग्रुप धरना प्रदर्शन किया।
शिमला जिला के जिला संयोजक समय ठाकुर ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने जब से ऑनलाइन प्रणाली विश्वविद्यालय पर लागू किया तब से विद्यार्थियों के परीक्षा परिणामों में भारी कमी आ रही है। हाल ही में यूजी के प्रथम वर्ष का परिणाम आया है जिसमें अगर देखा जाए तो हिमाचल प्रदेश में लगभग 70% विद्यार्थियों का रिजल्ट जो है वह अधर में लटक गया है जिसमें कई विद्यार्थियों को दो स्टार लगे हैं। कई विद्यार्थियों को 1-1 या 2-2 नंबर से फेल कर दिया है और कई सब्जेक्ट ऐसे हैं जिसमें की विद्यार्थियों को जीरो नंबर मिले है। अगर पूरी तरह से अगर देखा जाए तो पूरे के पूरे परीक्षा परिणाम आधे अधूरे विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रस्तुत किए हैं। जिससे की आम छात्रों में भयंकर रोष है।
उन्होंने कहा कि पहले तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने अप्रैल 2021 में परीक्षा रखी परंतु विश्वविद्यालय का क्वेश्चन पेपर लीक हो गया जिसके कारण यह परीक्षाएं मई महीने में हुई पर जब 7 महीना बाद विश्वविद्यालय ने परिणाम घोषित किए और इससे पहले विश्वविद्यालय ने प्रथम सत्र वालों को द्वितीय सत्र में और द्वितीय सत्र वालों को तृतीय सत्र में प्रवेश दे दिया गया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष अपनी मांगों को रखते हुए कहा कि यदि इस परीक्षा परिणामों को ठीक तरह से नहीं देखा गया तो आने वाले समय में विद्यार्थी परिषद उग्र से उग्र प्रदर्शन करके पूरे विश्व विद्यालय का घेराव करते हुए शहर के कॉलेजों सहित विश्वविद्यालय को ताला लगाएगी ।
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