हिमाचल में बिलासपुर स्थित बरमाणा एसीसी व दाडलाघाट की अंबुजा सीमेंट फैक्ट्री अनिश्चितकाल के लिए बंद।

अदाणी समूह ने घाटे का हवाला देते हुए बरमाणा स्थित एसीसी और दाड़लाघाट में अंबुजा सीमेंट प्लांट में तत्काल प्रभाव से सभी गतिविधियां बंद कर दिया है। बरमाणा स्थित प्लांट हेड ने नोटिस जारी कर सभी कर्मचारियों को ड्यूटी पर आने से इन्कार कर दिया। इस फैसले से बरमाणा में काम करने वाले 980 कर्मचारियों और करीब 3,800 ट्रक ऑपरेटरों पर रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा। इनमें 530 नियमित और 450 कर्मचारी ठेके पर रखे गए हैं, जबकि करीब 2,300 ट्रक बीडीटीएस और 1,500 ट्रक पूर्व सैनिकों के सीमेंट ढुलाई करते हैं। दूसरी ओर दाड़लाघाट में भी 500 नियमित कर्मचारी हैं, जबकि 300 कामगार ऐसे हैं जो ठेकेदार की ओर से कंपनी में काम करते हैं। इसके अलावा 3500 से अधिक ट्रांसपोर्टर हैं, जो प्रभावित होंगे। एसीसी सीमेंट प्लांट बरमाणा में काम बंद होने से 10,000 परिवारों की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है।


बरमाणा स्थित प्लांट हेड अमिताव सिंह की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि परिवहन और कच्चे माल की लागत में वृद्धि और बाजार की मौजूदा स्थितियों के कारण सीमेंट ढुलाई में भारी कमी आई है, जिससे कंपनी के बाजार हिस्से पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। कंपनी को भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए प्लांट से संबंधित सभी गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से बंद करने के लिए प्रबंधन मजबूर है और सभी कर्मचारियों को सूचित किया जाता है कि अगले निर्देश तक कार्य पर उपस्थित न हों। उधर, इस संदर्भ में प्लांट हेड से पक्ष लेने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई।


जानकारी मिली है कि प्लांट प्रबंधन ने सभी गतिविधियां बंद करते हुए कर्मचारियों को काम पर नहीं आने का नोटिस जारी किया है। इस संदर्भ प्लांट प्रबंधन के साथ वीरवार सुबह 11:00 बजे बैठक रखी गई है। 


दोनों प्लांट से हिमाचल प्रदेश के अलावा पंजाब और हरियाणा के लिए सीमेंट की आपूर्ति की जाती है। पंजाब और हरियाणा से मालगाड़ियों में सीमेंट देश के अन्य राज्यों में भी भेजा जाता है। 




बीडीटीएस के नवनिर्वाचित प्रधान ने राकेश कुमार रॉकी ने कहा कि कंपनी के इस फैसले के बाद बरमाणा में ऑपरेटरों के साथ गुरुवार को बैठक की जाएगी। बैठक में आगामी रणनीति तय की जाएगी। वहीं, दाड़लाघाट में ट्रांसपोटर्स यूनियनों ने 16 दिसंबर को बैठक बुलाई है। इस बैठक में कंपनी की ओर से उठाए गए कदमों को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। 

हर दिन होती थी 3,000 मीट्रिक टन की खपत
वर्तमान में एसीसी कंपनी पांच हजार मीट्रिक टन सीमेंट उत्पादन हर दिन कर रही थी। कंपनी की क्षमता 15 हजार मीट्रिक टन सीमेंट और क्लींकर उत्पादन की है। प्रदेश में हर दिन तीन हजार मीट्रिक टन एसीसी सीमेंट की खपत होती है।

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