बौद्धिक सभागार में विद्यालय के प्रधानाचार्य भीम सिंह भी उपस्थित रहे। उन्होंने जितेंद्र साहनी का स्वागत व अपने कीमती समय देने के लिए धन्यवाद किया। कार्यक्रम अधिकारी देवेंद्र लक्टू व निशा खुंद ने बौद्धिक प्रमुख को टोपी व बैज लगाकर सम्मानित किया। बौद्धिक प्रमुख ने शिविर में भाग ले रहे सभी स्वयंसेवियों को अपने विचारों से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना केवल साफ-सफाई व अन्य कार्य करने तक ही सीमित नहीं है अपितु समाज में अन्य असहाय लोगों की सहायता करना,समाज में छुपी बुराइयों,समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए अन्य जागरूकता अभियान भी चलाते है।
जिनके बारे में साधारण जनमानस को पता ही नहीं होता। इसके साथ में उन्होंने शिक्षा के महत्वता को समझना,अध्यापक व अभिभावक का विद्यार्थियों के जीवन में योगदान, कड़ी मेहनत करना, समाज के लिए अच्छे कार्य करने से अपनी पहचान बनाना इत्यादि अनुभवों से सभी स्वयंसेवियों को अवगत कराया। इस अवसर पर विद्यालयों के प्रबल व जुझारू शारीरिक अध्यापक रतन दास गुप्ता जो रात दिन स्वयंसेवियों के बीच में सक्रिय रहते हैं ने भी विशेष रूप से भाग लिया। इसके अतिरिक्त विद्यालयों के अध्यापक व प्रवक्ता बृजलाल ठाकुर, मनीषा सोनी, राजकुमारी रविंद्र नेगी,विनोद नेगी, रमेश विमल,नमन बिष्ट इत्यादि ने भी भाग लिया।
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