फेस्टिवल अलाउंस के रुप में शिमला जिले के विभिन्न आश्रमों में रह रहे निराश्रितों बच्चों व महिलाओं को मिलेंगे 2.75 लाख रुपये।

सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार जिला शिमला के 275 निराश्रित बच्चों व महिलाओं को नए साल पर पहला तोहफा देने जा रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से फेस्टिवल अलाउंस के रूप में विभिन्न आश्रमों में रह रहे व्यक्तियों को 2.75 लाख रुपए मिलने जा रहे हैं। 
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने बताया कि वर्तमान सरकार संक्रांति तथा होली त्यौहारों के उपलक्ष्य पर जिला शिमला के विभिन्न आश्रमों में रहने वालों को 500 रुपए प्रति त्यौहार देने जा रही है। उन्होंने बताया कि जिला के 11 आश्रमों में 275 बच्चे व महिलाएं रह रहे हैं तथा प्रदेश सरकार दोनों त्योहारों के 1000 रुपए प्रति व्यक्ति उनके खाते में डालने जा रही है। उन्होंने बताया कि बुधवार को यह धनराशि उनके बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी। 
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाल ही में अपने मशोबरा दौरे के दौरान सरकार के माध्यम से संचालित संस्थानों में रहने वाले निराश्रित महिलाओं, अनाथ और दिव्यांग बच्चों को त्योहार भत्ता देने की घोषणा की थी। सीएम ने कहा था कि प्रदेश सरकार के इस कदम से इन संस्थानों में रहने वालों को यह एहसास होगा कि सरकार उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और यह सरकार की करुणा नहीं बल्कि उनका सरकार पर अधिकार है। मुख्यमंत्री ने अपना वादा निभाया और आश्रमों में रहने वालों को अब त्यौहार भत्ता दे दिया है। प्रदेश के इतिहास में यह पहला मौका है जब निराश्रित बच्चों व महिलाओं को त्यौहार भत्ता मिलने जा रहा है। 
त्यौहार भत्ता जारी करने के संबंध में जिला बाल संरक्षण अधिकारी शिमला रमा कंवर ने बताया कि बाल आश्रम टूटीकंडी तथा मसली में 21-21, बालिका आश्रम मशोबरा में 88, ऑब्जरवेशन कम स्पेशल होम हीरा नगर में 10, बालिका आश्रम दुर्गापुर में 39, बाल आश्रम रॉकवुड में 32, बाल आश्रम सराहन में 15, बालिका आश्रम सुन्नी में 11, शिशु गृह शिमला में 18, स्टेट होम मशोबरा में रह रहे 18 बच्चों व महिलाओं को त्यौहार भत्ता दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बुधवार को 1000 रुपए की धनराशि उनके खाते में डाल दी जाएगी।

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