अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सुन्नी इकाई द्वारा 12 जनवरी को शुरू की गई स्वामी विवेकानंद क्रिकेट प्रतियोगिता का शुक्रवार को समापन हो गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में सुमित ठाकुर एव विशिष्ट अतिथि के रूप में अरुण वर्मा उपस्थित हुए।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सुन्नी इकाई द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर स्वामी विवेकानंद जयती के अवसर पर क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसका शुभारंभ 12 जनवरी को हुआ था यह प्रितियोगिता कुल 9 दिन चली जिसमे पूरे क्षेत्र से लगभग 24 टीमों ने भाग लिया।जिसका फाइनल मैच तत्तापानी तथा दिलजले वॉरियर्स के बीच खेला गया। जिसमें तत्तापानी की टीम ने पहले टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी करने का निर्णय लिया पर महज 7 ओवर में तत्तापानी की टीम 56 रनों के लक्ष्य विपक्षी टीम के समक्ष रख पाई जिसे दिलजले वरियर्स ने 4 गेंदे शेष रहते जीतकर प्रतियोगिता अपने नाम की। इस प्रतियोगिता में विजेता टीम को ट्रॉफी और र 22,000 के नगद इनाम के साथ सम्मानित किया वही उपविजेता टीम को ट्रॉफी और 11,000 के नगद इनाम से सम्मानित किया।
मुख्यतिथि सुमित ठाकुर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणास्रोत है और उन्होंने भारत की संस्कृति का डंका पूरे विश्व मे बजाया है,वहीं विशिष्ट अतिथि अरूण वर्मा ने कहा कि विद्यार्थी परिषद स्वामी विवेकानंद की जयंती से लेकर 23 जानवरी सुभाष चंद्र बोस की जयंती तक युवा पखवाड़ा मानती है।इस दौरान युवाओं के लिए विभिन्न प्रकार की खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श मानते हुए उनके बताए मार्ग पर चलते हुए आज विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन बना है उन्होंने कहा वर्तमान में युवा नशे की ओर अग्रसर ना हो इस लक्ष्य को लेकर विद्यार्थी परिषद इस प्रकार की अनेक खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन इस अवसर पर करती है। इस मौके पर सुन्नी इकाई के समस्त कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
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