एबीवीपी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ईकाई ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती पर आयोजित किया पोस्टर लेखन कार्यक्रम।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ईकाई द्वारा सोमवार को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को याद कर पिंक पैटल पर पोस्टर लेखन का आयोजन किया गया। जिसमे आम छात्रों ने पोस्टर लिख कर अपनी भागेदारी सुनिश्चित की। विद्यार्थी परिषद 12 जनवरी से 23 जनवरी तक युवा पखवाड़ा के रूप में मनाता है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हमेशा ही छात्र हित और राष्ट्रहित में कार्य करने वाला छात्र संगठन है। इसी के साथ सामाजिक कार्य में भी अग्रणी भूमिका निभाता है। महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कुट्टक गांव में हुआ। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए जापान के सहयोग से 'आजाद हिन्द फौज' का गठन किया था। नेताजी सुभाष चंद बोस द्वारा दिया गया 'जय हिंद' का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा है। आज युवा वर्ग में विचारों की कमी नहीं है। लेकिन इस विचार जगत में क्रांति के लिए एक ऐसे आदर्श को सामने रखना ही होगा, जो विद्युत की भांति हमारी शक्ति, आदर्श और कार्ययोजना को मूर्तरूप दे सकें। नेताजी ने युवाओं में स्वाधीनता का अर्थ केवल राष्ट्रीय बंधन से मुक्ति नहीं, बल्कि आर्थिक समानता, जाति, भेद, सामाजिक अविचार का निराकरण, सांप्रदायिक संकीर्णता त्यागने का विचार मंत्र भी दिया। 
पराक्रम दिवस के उपलक्ष्य पर इकाई मंत्री इंदर सैन नेगी ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस के जीवन से हमे प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके विचारों को अपने जीवन में अमल में लाना चाहिए। जैसा कि सुभाष चंद्र बोस जी कहा करते थे कि हमे अन्याय व अपराध को सहना नहीं चाहिए और अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए।

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