इस अवसर पर डॉ. बविंदर सिंह ने बताया कि किशोरावस्था जीवन चक्र की सबसे महत्त्वपूर्ण अवस्था है। उन्होंने किशोरावस्था में होने वाली परेशानियों मासिक धर्म स्वच्छता, इससे जुड़े मिथक और भ्रांतियों, मासिक धर्म के दौरान उचित आहार-व्यवहार, महिलाओं एवं बच्चों में अनीमिया यानि खून की कमी की रोकथाम के लिए विस्तृत जानकारी दी।
बाल विकास परियोजना अधिकारी संजय गर्ग ने नशे का विरोध करने का संदेश दिया। पैरा लीगल वालंटियर रविंद्रजीत कौर ने बच्चों के साथ होने वाले लैंगिक अपराधों से निपटने के लिए बनाये गये पोक्सो एक्ट 2012 के विभिन्न प्रावधानों से अवगत करवाया। कार्यक्रम के दौरान संस्थान के विद्यार्थियों के लिए नारा लेखन, रंगोली और चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।
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