पोषण मेलों में बच्चों के लिए आयोजित की प्रतिस्पर्धाएं, अनीमिया की भी की गई जांच।

आम लोगों को पौष्टिक आहार एवं सही पोषण के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से आयोजित किए जा रहे पोषण पखवाड़े के अंतर्गत विकास खण्ड सुजानपुर के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों में वीरवार को पोषण मेले आयोजित किए गए।
   इस दौरान महिलाओं, युवाओं और बच्चों से संवाद करते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारी कुलदीप सिंह चौहान ने बताया कि अपनी आम दिनचर्या में संतुलित एवं पौष्टिक आहार लेकर हम कई बीमारियों से बच सकते हैं। उन्होंने बताया कि पोषण पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित किए जा रहे पोषण मेलों को विभिन्न मनोरंजक खेलों के माध्यम से पोषण संबंधी जानकारी से जोड़ा गया है।
  पोषण मेलों के दौरान बच्चों के लिए कई मनोरंजक एवं ज्ञानवद्र्धक प्रतिस्पर्धाएं भी करवाई गईं। इनमें रिंग प्रतियोगिता, ब्लाइंडफोल्ड चैलेंज, नींबू रेस, म्यूजिकल चेयर रेस और अन्य प्रतियोगिताएं शामिल रहीं। बाल विकास परियोजना अधिकारी ने बताया कि पोषण मेले का एक अन्य उद्देश्य बच्चों को उत्पादक गतिविधियों से जोडऩा भी है। उन्हें आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका के विकास की विधि और उसके महत्व का ज्ञान देकर विद्यालयों में पोषण वाटिका विकसित करने हेतु प्रेरित किया गया तथा पोषण थाली और पोषण स्मार्ट गांव की अवधारणा से रूबरू करवाया गया। उन्हें बाजरा, ज्वार और रागी जैसे मोटे अनाजों से पहली बार अवगत करवाते हुए इनमें उपलब्ध सूक्ष्म पोषक तत्वों तथा उनके पूर्ण अवशोषण हेतु वांछित आहार-विहार तथा जीवन पद्धति की जानकारी दी गई।
  कुलदीप सिंह चौहान ने बताया कि पोषण मेलों में छह माह की आयु पूर्ण कर चुके बच्चों के लिए अन्नप्राशन तथा किशोरियों के लिए ‘किशोरी का पिटारा’ प्रश्नोत्तरी भी करवाई गई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं और वृत्त पर्यवेक्षकों ने इस गुप्त प्रश्नोत्तरी के दौरान किशोरियों द्वारा पूछे गए विभिन्न प्रश्नों के उत्तर दिए तथा उनकी कई शंकाओं का समाधान किया। पोषण मेलों में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से विशेष अनीमिया जांच की व्यवस्था भी की गई तथा जल जनित रोगों से बचाव के लिए जल स्रोतों के क्लोरीनेशन  के लिए क्लोरीन की गोलियों का भी वितरण किया गया।

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