जिला किन्नौर के तीनों विकास खण्डों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) द्वारा प्राकृतिक एवं मानवजनिक आपदाओं के समय त्वरित सहायता पहुंचाने के दृष्टिगत 24 अप्रैल से 06 मई, 2023 तक परिचय अभ्यास आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी मंगलवार को उपायुक्त किन्नौर तोरूल एस रवीश ने दी।
उन्होंने कहा कि इस परिचय अभ्यास का उद्देश्य जिला किन्नौर में आपदा के समय त्वरित राहत प्रदान करने के लिए सभी आवश्यकताओं को समय रहते पूर्ण करने के साथ-साथ संबंधित अधिकारियों एवं अन्य को आपदा के समय किए जाने वाले कार्यों से अवगत करवना है। उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए हमें हमेशा तैयार रहना आवश्यक है क्योंकि आपदा का समय एवं स्थान कभी निश्चित नहीं होता तथा जिला प्रशासन सभी के सहयोग से इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है।
उपायुक्त तोरूल एस रवीश ने बताया कि एनडीआरएफ का यह दल 24 अप्रैल से 06 मई, 2023 तक किन्नौर जिला का सघन दौरा कर रहा है। इस दौरान वह जिला के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित उद्योगों, अस्पतालों, शैक्षणिक संस्थानों, महत्वपूर्ण भवनों, सड़कों और पुलों इत्यादि की पहचान कर आपदा के समय त्वरित राहत कार्यों, उपकरणों एवं भौगोलिक परिस्थितियों का आंकलन करेगा।
उन्होंने बताया कि आज एनडीआरएफ के दल ने जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला तांगलिंग में आपदा की स्थिति में किए जाने वाले राहत कार्यों की तैयारियों को और अधिक मजबूत बनाने के दृष्टिगत अभिज्ञता अभ्यास किया तथा उपस्थित अध्यापकों, विद्यार्थियों व अन्य को आपदा के समय बरती जाने वाली सावधानियों और कार्यों की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
एनडीआरएफ के दल द्वारा 26 अप्रैल को जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पांगी, 27 अप्रैल को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्पा, 28 अप्रैल को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कानम, 29 अप्रैल को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रारंग, 30 अप्रैल को शलखर, लियो व चांगो में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों, 01 मई को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ज्ञाबुंग, 02 मई को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लिप्पा, 03 मई को निचार स्थित रमेश हाईड्रो इलैक्ट्रिक प्रोजेक्ट, 04 मई को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला उरनी व निगुलसरी तथा 05 मई को निगुलसरी स्थित राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 में भू-स्खंलन स्थल में आपदा की स्थिति से निपटने के लिए परिचय अभ्यास किया जाएगा।
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