हर इंसान का सपना होता है कि उसका अपना एक पक्का मकान हो, एक ऐसा खुशियों का घरौंदा जहां पूरा परिवार हंसी खुशी साथ -साथ रह सके, एक साथ जिंदगी गुजार सके। लेकिन कईयों के ये सपने गरीबी के कारण, आर्थिक वजहों से पूरे नहीं हो पाते। अपने पक्के मकान के लिए उन्हें सहारे की, मदद की दरकार रहती है।
ऐसे लोगों के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार बड़ा आसरा बनी है। सरकार प्रदेश के लोगों को अपना पक्का मकान बनाने में भरपूर मदद कर रही है। इस मकसद से सरकार ने अपनी विभिन्न आवास योजनाओं के जरिए हर तबके के पात्र लोगों को गृह निर्माण के लिए आर्थिक मदद देने के प्रावधान किए हैं। इसी कड़ी में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन-जाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के पात्र व्यक्तियों को पक्का मकान बनाने के लिए ‘स्वर्ण जयंती आश्रय योजना’ में मदद दी जा रही है।
मण्डी के जिला कल्याण अधिकारी किरण कुमार बताते हैं कि स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के जरिए मण्डी जिले में वर्ष 2018-19 से अब तक 4293 मकान बनाने के लिए 63.11करोड़ रुपये से ज्यादा की सरकारी मदद प्रदान की गई है।
स्वर्ण जयंती आश्रय योजना में पक्का मकान बनाने को सरकार से मिली 1.50-1.50 लाख रुपये की मदद के लिए मण्डी जिले के हजारों लाभार्थी सरकार का आभार जताते नहीं थकते। उनका कहना है कि सरकार ने उनके सपने पूरे किए हैं, इसके लिए जितना धन्यवाद करें कम है।
सदर उपमण्डल के छनबाड़ी गांव की कांता देवी ने बताया कि उनके कच्चे मकान में बरसात में पानी आता था, उनका परिवार बहुत खुश हैं कि सरकारी मदद से अब उनका पक्का मकान बन सका है।कांता के पति राजेंद्र कुमार ने भी मकान बनाने के लिए सहायता राशि देने के लिए सरकार का आभार जताया है।
वहीं सरकार की सहायता से गृह निर्माण करने वाले पधर उपमण्डल के गांव बसेहड़ की पूर्णिमा ,गोहर उपमण्डल के गांव वाहवा के लाभार्थी डोले राम और कुंती देवी तथा गांव कुटाहची के पता राम तथा करसोग उपमण्डल के गांव विहाल के खेम राज तथा करसोग की प्रेमी देवी ने बताया कि बारिश में घर की कच्ची छत टपकती थी अब पक्का घर बनाने को मिली सरकार की मदद से उनकी चिंता दूर हो गई है।
करसोग के ग्राम पंचायत ममेल के प्रधान नारायण सिंह ठाकुर ने बताया कि उनके गांव में 14 गरीब लोगों को पक्के मकान बनाने के लिए धनराशि सरकार ने स्वीकृत की है,जिसके लिए वे सरकार का धन्यवाद करते है।
हिमाचल सरकार की स्वर्ण जयंती आश्रय योजना में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन-जाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के पात्र व्यक्तियों को पक्का मकान बनाने के लिए सहायता प्रदान की जाती है। इसमें पात्र व्यक्ति के नाम जमीन होना जरूरी है। प्रदेश सरकार ने स्वर्ण जयंती आश्रय योजना में गृह निर्माण के लिए दी जाने वाली सहायता राशि को बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये किया गया है। पक्का मकान बनाने के लिए सहायता प्रदान की जाती है। इसमें पात्र व्यक्ति के नाम जमीन होना जरूरी है। प्रदेश सरकार ने स्वर्ण जयंती आश्रय योजना में गृह निर्माण के लिए दी जाने वाली सहायता राशि को बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये किया गया है।
उपायुक्त मण्डी अरिंदम चौधरी का कहना है कि मण्डी जिले में सरकार की विभिन्न आवास योजनाओं का लाभ सभी पात्र लोगों तक पहुंचाने के लिए पूरे समर्पण से काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले में स्वर्ण जयंती आश्रय योजना में 4 हजार से ज्यादा पात्र लोग कवर किए गए हैं।
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