उपायुक्त हेमराज बैरवा ने वीरवार को स्वास्थ्य विभाग, मेडिकल कालेज, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायतीराज विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक करके कोविड-19 से संबंधित विभिन्न प्रबंधों की समीक्षा की।
इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से जिला में कोरोना संक्रमण के मामलों में काफी वृद्धि दर्ज की गई है, लेकिन राहत की बात यह है कि इनमें से अधिकांश लोगों को अस्पताल में दाखिल करने की नौबत नहीं आ रही है। बुधवार शाम तक 4 कोरोना संक्रमित मरीज मेडिकल कालेज में उपचाराधीन थे, जिनमें से केवल एक मरीज को ही ऑक्सीजन पर रखा गया है।
उपायुक्त ने कहा कि इसके बावजूद इस समय ऐहतियात बरतने और विशेषकर, पहले से ही गंभीर बीमारियों के शिकार लोगों और बुजुर्गों पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। इसलिए डॉक्टर अस्पताल में दाखिल होने वाले कोरोना पॉजीटिव मरीज के सभी स्वास्थ्य मानकों की नियमित निगरानी रखें तथा प्रत्येक मरीज का प्रोफाइल तैयार करें।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कालेज के अधिकारियों से कहा कि वे जिले भर में सैंपलिंग एवं टेस्टिंग बढ़ाएं और कोविड नियंत्रण से संबंधित सभी आवश्यक तैयारियां रखें। सैंपलिंग पर संतोष व्यक्त करते हुए उपायुक्त ने कहा कि जिला हमीरपुर में इस समय प्रतिदिन 500 सैंपलों के लक्ष्य के मुकाबले रोजाना औसतन 600 से 700 तक सैंपल लिए जा रहे हैं। हेमराज बैरवा ने बताया कि जिला के लिए 12000 अतिरिक्त टेस्टिंग किट्स की डिमांड भी भेजी गई है। उन्होंने सभी ऑक्सीजन संयंत्रों को सुचारू बनाए रखने और फील्ड के अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडरों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में मरीजों की संख्या बढऩे पर समर्पित कोविड अस्पताल (डीसीएच) और समर्पित कोविड स्वास्थ्य केंद्र (डीसीएचसी) को दोबारा सक्रिय एवं नोटिफाई किया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कालेज के अधिकारी इस दिशा में भी पूरी तैयारी रखें। उपायुक्त ने शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को सभी शिक्षण संस्थानों और आंगनवाड़ी केंद्रों में भी ऐहतियात बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों को भी पंचायत जनप्रतिनिधियों के माध्यम से आम लोगों को कोविड संबंधी सावधानियों के प्रति जागरुक करने के निर्देश दिए। बैठक में अन्य प्रबंधों को लेकर भी व्यापक चर्चा की गई।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्निहोत्री, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय जगोता और मेडिकल कालेज के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अनिल वर्मा ने विभिन्न प्रबंधों की जानकारी दी।
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