✍️दो तीन महीनों से ज्यादा नहीं टिकते अध्यापक।
✍️राजनीति में अच्छी पैठ होने के कारण दो तीन महीनों में ही हो जाते तबादले। प्रधानाचार्य सहित पीजीटी हिन्दी,अंग्रेजी,इतिहास,भाषा अध्यापक,शारीरिक शिक्षा शिक्षक( पी.ई.आई.) आदि महत्वपूर्ण पद रिक्त हैं।
डी.पी.रावत।
ब्यूरो रिपोर्ट आनी।
31मार्च ।
यूं तो सरकार शिक्षा क्षेत्र में बड़ी बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के दावे करती रहती है। मगर धरातल पर ख़ासकर ग्रामीण क्षेत्रों में तस्वीर कुछ और ही बयां करती है। जी हां! प्रस्तुत मामला ज़िला कुल्लू के पिछड़े विकास खण्ड आनी के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोठी का है। जहां प्रधानाचार्य सहित
पीजीटी हिन्दी,अंग्रेजी,इतिहास,भाषा अध्यापक,शारीरिक शिक्षा शिक्षक( पी.ई.आई.) आदि महत्वपूर्ण पद रिक्त हैं और बीते तीन वर्षों से कंप्यूटर्स ख़राब होने का मामला प्रकाश में आया है।
शुक्रवार को विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष खैमराज की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें समस्त अभिभावकों ने भाग लिया। खैमराज ने बताया कि विद्यालय में गत 3 वर्षों से कंप्यूटर ख़राब पड़े है जिसकी मुरम्मत के लिए विद्यालय की ओर से शिक्षा विभाग को लिखा गया था । जिसपर अभी तक कोई भी गौर नहीं की गई है। कंप्यूटर खराब होने के कारण बच्चों को कंप्यूटर प्रैक्टिकल करने में मुश्किल हो रही है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से सरकार और शिक्षा मंत्री से गुजारिश की हैं कि इस समस्या का निवारण किया जाए ताकि विद्यालय के बच्चे कंप्यूटर प्रैक्टिकल का सही से ज्ञान हो सके । अध्यक्ष ने बताया कि जो भी अध्यापक यहां पर आते है वह एक या दो महीने लगाकर अपना तबादला करवा कर यहाँ से चले जाते हैं और स्कूल प्रबंधक कमेटी को सूचना तक नहीं मिलती है। बिना अध्यापकों के विद्यालय में लगभग 300।छात्रों का भविष्य अंधकार में जा रहा है। उन्होंने सरकार और शिक्षा मंत्री से आग्रह किया है कि विद्यालयों में जो उपरोक्त अध्यापकों और पीजीटी के जो पद खाली पड़े हैं उनको शीघ्र भरा जाए। इस बैठक में एसएमसी के अध्यक्ष खेमचंद सदस्य धर्म सिंह, रामानंद बिष्ट, प्रमोद ठाकुर, नूर चंद,इंदिरा देवी, व्यासा नंद,कृष्ण चंद्र हरिराम आशा देवी आदि मौजूद रहे।
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