अक्सर हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद, सत्तारूढ़ सदस्यों के दवाब के अधीन लगभग सभी नगर निगमों,नगर परिषदों,नगर पंचायतों, जिला परिषदों एवम पंचायत समितियों के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के पदों में भी परिवर्तन देखने को मिलना आम बात है।
जबकि नगर पंचायत आनी में यह परिवर्तन सत्तारूढ़ सदस्यों द्वारा नहीं किया गया। यहां तो अपनों ने ही सत्ता से अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को कुर्सी से उतारा है।
गौरतलब है कि नगर पंचायत आनी में कुल सात सदस्यों ने से पांच सदस्य भाजपा समर्थित हैं जबकि कांग्रेस पार्टीसे सबंधित मात्र दो सदस्य हैं। अभी हाल में ही भाजपा समर्थित अध्यक्षा सरसा देवी और उपाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा के खिलाफ़ भाजपा के ही सदस्यों शशि मल्होत्रा व गुलाब ठाकुर ने अन्तर कलह,गुटबाज़ी,कुर्सी की प्रचण्ड लालसा के कारण अविश्वास प्रस्ताव पारित किया।
क्रिकेट और राजनीति में कुछ भी सम्भव है,कभी भी कुछ भी ही सकता है।
कुछ दिन पहले तक यह बताया जा रहा था कि अध्यक्ष पद अनुपमा कौशल और उपाध्यक्ष पद पर गुलाब ठाकुर की ताजपोशी लगभग तय मानी जा रही थी; जब 18 अप्रैल को नामांकन दाखिल करने कोई नही आया तो इस कथन की पोल खुल गई और 19 अप्रैल को पासा पूरी तरह पलट गया।अध्यक्ष पद पर होमेश्वरी जोशी एवम उपाध्यक्ष पद पर धर्मपाल उर्फ़ विजू निर्वाचित होने के बाद नगर पंचायत आनी में सियासी अटकलों पर लगा विराम लग गया है।
आखिर अविश्वास प्रस्ताव पारित के रणनीतिकारों के हाथ क्या लगा.....?
बाबा जी का ठुल्लू।
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