डी. पी. रावत।
ब्यूरो रिपोर्ट आनी(कुल्लू)।
आनी विधान सभा क्षेत्र से सम्बन्धित समाजसेवी व राजनीतिज्ञ एवम ध्यान शक्ति आयुर्वेद योगपीठ हिमाचल प्रदेश के संस्थापक नीरत ब्रामटा ( बौद्ध) ने अखण्ड भारत दर्पण (ABD) न्यूज़ को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि 2 लाख 50 हज़ार रूपये से कम
वार्षिक आय वाले अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति से सम्बन्धित छात्रों के लिए स्वर्णिम अवसर अवसर सन्त बाबा बड़भाग सिंह यूनिवर्सिटी उपलब्ध करवा रही है। जहां कोई भी व्यवसायिक (प्रोफैशनल) कोर्स जैसे:बीएससी(रेडियोलॉजी),BMLT, BPT,BSc (कृषि),BTech, MTech, BA LLB, BBA, MBA, BCA, MCA, BHM, BSc (एयरलाइंस, पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट), B.Ed, M.Ed, BP.Ed, MP.Ed, M.Sc भौतिक विज्ञान, M.Sc रसायन विज्ञान, MSC वनस्पति विज्ञान, जूलॉजी, MSC गणित, MSC कृषि विज्ञान, MSC बागवानी, BSc IT, MSC IT, BPES, MPES आदि कोर्स मात्र ₹15,000 प्रवेश शुल्क के भुगतान के बाद पूरे किए जा सकते हैं और होस्टल और भोजन खर्च प्रति माह 2,300 रुपये होगा।
उन्होंने बताया कि उक्त विश्विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति आयोग भारत सरकार द्वारा छात्रवृति प्रदान की जाती है। जो ऑटो डेबिट फैसिलिटी के माध्यम से छात्रों के खातों से यूनिवर्सिटी के खाते में बतौर कोर्स फीस जमा होती है और छात्रों को प्रवेश शुल्क के अतिरिक्त कुछ भी भुगतान नहीं करना होता है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के ख़ासकर आनी,निरमण्ड,कुल्लू,बंजार, करसोग, रामपुर बुशैहर और किन्नौर क्षेत्र से सम्बन्धित 2 लाख 50 हज़ार रूपये से कम
वार्षिक आय वाले अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति छात्रों और उनके अभिभावकों से अपील की है कि इस स्वर्णिम अवसर का लाभ ज़रूर उठाएं।
उन्होंने आगे बताया कि यह विश्वविद्यालय यूजीसी से मान्यता प्राप्त है जोकि एक पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित होता है जिसके समाज सेवी ब्रामटा एक मेम्बर हैं। किसी भी जानकारी और प्रवेश सहायता के लिए उनके मोबाइल नंबर 78073 16225 पर कभी भी संपर्क किया जा सकता है।उन्होंने बताया कि उत्तरी भारत में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए यह अपनी तरह का एक अनूठा शिक्षा कैम्पस है। यह सामान्य वर्ग से संबंधित बीपीएल विद्यार्थियों को भी फ़ीस में छूट का प्रावधान है।
0 Comments