महेन्द्र कौशिक
ब्यूरो रिपोर्ट निरमण्ड।
हिमाचल किसान सभा जिला शिमला के महासचिव पूर्ण ठाकुर,किसान सभा निरमण्ड ब्लॉक के अध्यक्ष देबकी नंद, सी आई टी यू निरमण्ड ब्लॉक के महासचिव कश्मीरी लाल ने एक प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि
अंतरराष्ट्रीयखिलाड़ियों ने 3 महीने पहले भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण के खिलाफ यौन शोषण और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए जंतर-मंतर पर कई दिन तक धरना दिया था। जिसके बाद केंद्र सरकार ने समयबद्ध ढंग से निष्पक्ष जांच के लिए 6 सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया था। परन्तु कमेटी द्वारा सरकार को जांच रिपोर्ट सौंपने के बावजूद अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है। 7 महिला पहलवानों (जिनमें से एक पहलवान नाबालिग भी है) द्वारा बृजभूषण शरण के खिलाफ यौन हिंसा की शिकायत कनॉट प्लेस थाने में दिए जाने के बावजूद ना तो एफआईआर दर्ज की गई और ना ही अन्य कोई कार्रवाई की गई।
यह बेहद शर्मनाक स्थिति है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर पूरे देश का मान और सम्मान बढ़ाने वाले ओलम्पिक पदक विजेताओं समेत कई खिलाड़ियों को अपना कैरियर दांव पर लगाकर न्याय के लिए जंतर-मंतर पर बैठने को मजबूर होना पड़ रहा है। प्रदर्शनकारी पहलवान बार-बार केवल निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। परन्तु आरोपों की जांच करने वाली जांच कमेटी की सदस्य बबीता फोगाट ने ही जांच पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच का समय बीतने के बाद भी केंद्र सरकार द्वारा जांच के निष्कर्षों को भी सार्वजनिक नहीं किया गया है।
भाजपा सरकार जहां एक तरफ 'बेटी-बचाओ, बेटी-पढ़ाओ, बेटी-खिलाओ' अभियान चला रही है, वहीं दूसरी तरफ इस जघन्य अपराध में आरोपी भाजपा सांसद को बचाने में जुटी हुई है। इसी तरह से हरियाणा की भाजपा सरकार ने यौन हिंसा आरोपी मंत्री संदीप सिंह बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है और पीड़िता जूनियर कोच व उसके परिवार को प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।
दोनों मामले इस बात की ताकीद कर रहे हैं कि भाजपा सरकार देश का नाम रोशन करने वाली महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा व चिंताओं को दूर करने को लेकर कितनी संवेदनहीन है। भाजपा सरकार के इस महिला विरोधी रवैए के ख़िलाफ़ और न्याय के लिए संघर्ष कर रहे सम्मानित खिलाड़ियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए
आज देश भर में विरोध कार्यवाहियां की जा रही है।
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