सैंज पांच दिवसीय जिलास्तरीय लक्ष्मीनारायण सैंज मेला वीरवार को घाटी के अराध्य देव श्री लक्ष्मी नारायण के मेला मैदान में प्रवेश के साथ ही शुरू हो गया है । लक्ष्मी नारायण रैला गांव में स्थित अपने देवालय से करीव 4 कि0मी0 रथयात्रा के उपरांत यहां पधारे। देवता ने सैंकड़ो हारियानों के साथ अपनी पारंपारिक वेषभूशा में सज धजकर ढोल नगाड़ो की थाप के साथ मेला मैदान में प्रवेश किया। इसके बाद देव रीति के अनुसार मेले का आगाज हुआ। देवता के चेले (गुर) ने खेल में आकर लोगो को मेले की बधाई दी तथा मेले के सफल सचालन का आशीर्वाद प्रदान किया। वहीं उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग द्वारा देव परंपरा निर्वहन के उपरांत लक्ष्मी नारायण के सम्मान में मनाएं जाने वाले मेले का विधिवत शुभारंभ किया गया। ।इससे पूर्व मेला कमेटी द्वारा मुख्य अतिथि उपायुक्त कुल्लू का फूल मालाओं से स्वागत किया गया । शुभारम्भ समारोह में मुख्य अतिथि आशुतोष गर्ग ने कहा की मेले हमारी संस्कृति के प्रतीक है तथा इनसे हमारे बीच भाई चारे की भावना बढ़ती हैं उन्होने कहा कि व्यस्त जीवन में मेलों के कारण ही लोगों को मित्रों व सगे संबधियों से मेल मिलाप का मौका मिलता है तथा मेले देव परंपरा को भी कायम रखते हैं। उन्होंने लक्ष्मी नारायण कलामंच की छत मुरम्मत करने के लिए आवश्यक धनराशि देने की घोषणा भी की। मेले के शुभारंभ अवसर पर यहां के अनेक शिक्षण संस्थानों तथा महिला मंडलों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर विविध संस्कृति का परिचय दिया। मेले में माता आशापूरी, नव दुर्गा , रिंगू नाग, ब्रम्हा लक्ष्मी , करथानाग भी पधारे। इस अवसर पर मेला कमेटी के प्रधान राजेश शर्मा सहित अन्य पदाधिकारी, एस डी एम बंजार हेम चंद वर्मा, तहसीलदार सैंज हिरा चन्द नलवा, लक्ष्मी नारायण के कारदार जगरनाथ विभिन पंचायतों के जनप्रतिनिधियों के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी व मेला कमेटी के सदस्यों सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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