डी.पी.रावत।
ब्यूरो रिपोर्ट आनी।
यूं तो हर वर्ष केन्द्र व सभी राज्य सरकारों द्वारा वन संरक्षण के नाम पर करोड़ों रुपयों खर्च किया जाता रहा है।
मगर हिमाचल प्रदेश के ज़िला कुल्लू के आनी उप मण्डल के तहत कई जंगलों के मामले में सरकारों के ये दावे झूठे साबित हो रहे हैं।
बताया जा रहा है कि वन मण्डल आनी स्थित लुहरी के तहत खणी के जंगलों में देवदार,रई,तोश आदि हरे पेड़ों का कटान,अवैध सड़क निर्माण,वन भूमि पर कब्जा कर शेड बनाकर सोलर लाइट लगाई स्थापित की गई हैं।
इतना ही नहीं सरकार द्वारा वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर लाखों रुपयों की मोटी रकम वेतन और पेंशन के रूप में खर्च की जाती है।
सूत्रों के हवाले से मीडिया को मालूम हुआ है कि खणी के जंगलों में स्थानीय ग्राम पंचायत के फंड के तहत दो अवैध सड़कों का निर्माण कराया गया है। टीडी राइट्स के तहत हरे देवदार के पेड़ टांके गए हैं। जब कि वन संरक्षण अधिनियम के प्रावधान के अनुसार किसी भी हरे पेड़ के टांके जाने पर मनाही है।
इस बाबत कुछ सबूत भी मीडिया टीम ने जुटाए हैं।
मीडिया के गुप्त सूत्रों ने बताया है कि खणी के जंगलों में कुछ स्थानीय प्रभावशाली लोगों ने आला वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से वन भूमि पर नाजायज कब्ज़ा कर शेड्ड बनाकर सोलर लाइट स्थापित की हैं।
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