आनी क्षेत्र के आराध्य गढ़पति देवता शमशरी महादेव पूरे लाव लश्कर के साथ रविवार को कराणा गांव में कल से शुरू होने वाले श्रीमदभावत पुराण महायज्ञ में शामिल होने के लिए पहुंचे। देवता आज अपने देवालय शमशर से विभिन्न अलंकरणों से सुसज्जित होकर दिव्य रथ में सवार होकर कराणा गाँव में पहुंचे और मेला मैदान में पारंपरिक रीति रिवाजों का निर्वहन करते हुए लोगों ने देवनृत्य में भाग लिया। कराणा में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत महायज्ञ देवता शमशरी महादेव के सानिध्य में पूर्ण होगा।
देवता शमशरी महादेव शमशर से सामने वाली लैहनी की खड़ी व कठिन चढ़ाई को पार करते हुए अपने पवित्र स्थान कराणा पहुंचे । देवता के करकूनों ने खड़ी चढाई में अदम्य साहस का परिचय देकर देवता साहिब के भारी भरकम रथ को महादेव के जयकारों के साथ आगे बढ़ाया और सांयकाल में कराणा पहुंचे ।बता दें कि सोमवार से आनी के कराणा गांव में श्रीमद्भागवत ज्ञान महायज्ञ शुरू होने जा रहा है। जिसका शुभारंभ महायज्ञ में कलश स्थापना के लिए जल यात्रा से होगा।जिसमें क्षेत्र की सेंकड़ों सुहागिन महिलाएं भूखे पेट रहकर. नंगे पाँव से सिर पर रखे कलश पात्र में जल भरकर लाएंगी। इस जल यात्रा में सबसे आगे आराध्य देवता शमशरी महादेव भी देव वाद्य यंत्रों की थाप के साथ शामिल होंगे।
श्रीमद्भागवत कथा का प्रवाह व्यासपीठ में सुशोभित आचार्य पं. जितेंद्र शर्मा अपने मुखारविंद से करेंगे। इस पवित्र धार्मिक कथा का श्रवण करने के लिए कराणा में सोमवार से हजारों भक्त जुटेंगे। आनी के विधायक लोकेंद्र कुमार शुभारंभ अवसर पर मुख्यातिथि के रूप शरीक होंगे।
-
0 Comments