उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने एशियाई विकास बैंक एवं जल शक्ति विभाग के अधिकारियों के साथ बुधवार को मण्डी में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि 10 जिलों के लोगों को लाभान्वित करने वाली हिमाचल प्रदेश ग्रामीण पेयजल सुधार एवं आजीविका परियोजना के लिए प्रदेश सरकार धन की उपलब्धता को सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि एशियाई विकास बैंक से वित्तपोषित 1062 करोड़ रुपए लागत की इस परियोजना से 3.96 लाख लोगों को पेयजल सुविधा प्रदान की जानी है।
समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि जून 2028 तक यह परियोजना पूर्ण होगी। इस साल परियोजना के तहत 251 करोड़ रुपए की राशि व्यय की जानी है। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से इस परियोजना के तहत लोगों को पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को इस प्रोजेक्ट को गति देने के निर्देश दिए और प्रोजेक्ट पर समयबद्ध तरीके से विभिन्न औपचारिकताएं निपटाने को कहा।
उन्होंने बैठक में विश्व बैंक की ओर से मौजूद प्रतिनिधियों के साथ विस्तार से परियोजना के बारे में चर्चा की। साथ ही प्रोजेक्ट को पूर्ण करने के लिए सहयोग की अपील भी की। उपमुख्यमंत्री ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को परियोजना के विभिन्न मामलों पर समय समय पर समीक्षा बैठक करने के निर्देश भी दिए।
उपमुख्यमंत्री ने एशियन विकास बैंक के प्रतिनिधियों और जल शक्ति विभाग के अधिकारियों से बैंक द्वारा वित्तपोषित होने वाले आगामी संभावित प्रोजेक्ट पर विचार विमर्श करने और उन पर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने परियोजना के विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर बैंक के प्रतिनिधियों और अधिकारियों से फीडबैक भी लिया। बैंक के प्रतिनिधि विवेक विशाल ने बैंक से वित्तपोषित होने वाली विभिन्न परियोजनाओं की तकनीकी जानकारी उपमुख्यमंत्री के साथ सांझा की।
बैठक में उपमुख्यमंत्री के साथ पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर, एशियन विकास बैंक के शहरी विकास और जल शाखा के परियोजना प्रशासन यूनिट प्रमुख ज्यूड के. कोलहेस, बैंक के इंडिया रेजिडेंट मिशन के शहरी विशेषज्ञ विवेक विशाल, जल शक्ति विभाग के ईएनसी धर्मेंद्र गिल, चीफ इंजीनियर सुरेश महाजन, उपेंद्र वैद्य और वीरेंद्र ठाकुर, एसई राजेश शर्मा मौजूद रहे।
0 Comments