निरमण्ड, 26 जून।
उपमण्डल संवाददाता।
जहां कुल्लू जिला प्रशासन आगामी सात जुलाई से शुरू होने वाली भारत की कठिनतम यात्राओं में से एक श्रीखण्ड महादेव यात्रा के आयोजन में कोई कसर छोड़ना नहीं चाहता है; वहीं ज़िला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाओं को प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है।
सूत्रों का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा आयुष विभाग आनी उपमण्डल के अधीन आयुर्वेदिक डॉक्टरों व आयुर्वेदिक फार्मेसी अधिकारियों को श्रीखण्ड महादेव यात्रा ड्यूटी पर तैनात किया गया है।
जबकि आयुष विभाग के आनी उपमण्डल पहले ही स्टाफ की भारी कमी से जूझ रहा है। उपमण्डल आनी मे 24 आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं जिसमें से सिर्फ सात स्वास्थ्य केन्द्रों में डाक्टर तैनात हैं। शेष सभी APO स्वास्थ्य केंद्रों को संभाल रहे हैं।
चार स्वास्थ्य केंद्रों में न तो डॉक्टर हैं आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट अधिकारी; यहां विभाग जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रति नियुक्ति के जरिए उपलब्ध करवा रहा है।
सरघा, ऊरटू, सोबाग आदि तीन केन्द्र चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के सहारे चल रहे हैं।
स्वास्थ्य केंद्रों मे न तो पर्याप्त डॉक्टर हैं,बावजूद इसके भी आगामी श्रीखण्ड यात्रा के लिए पांच डॉक्टरों की ड्यूटी लगा दी गई है।
गौरतलब है कि अन्य कुल्लु सदर उपमण्डल में सरपलरस स्टाफ होते हुऐ भी आयुर्वेदिक विभाग ने आनी उपमण्डल से सभी चिकित्सकों और फार्मेसी अधिकारियों से इस कार्य के लिए भेजने का प्रस्ताव बना लिया है।
जिसका खामियाजा आम जनता को लगभग एक माह तक भुगतना पड़ेगा। जब छोटी सी बीमारी के निदान के लिए कई किलोमीटर दूर जाना पड़ेगा।
जिन अस्पतालों में सरप्लस स्टाफ है वहां से कर्मचारियों को श्रीखण्ड यात्रा में तैनाती देता तो बेहतर होता और आनी और निरमण्ड की जनता को समस्याओं से दो चार नहीं होना पड़ता।
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