डी.पी. रावत।
ब्यूरो रिपोर्ट आनी।
जिला कुल्लू के ऑउटर सिराज क्षेत्र के अंतर्गत आनी कस्बे में उप मण्डलीय विधिक सेवाएं प्राधिकरण आनी के तत्वावधान में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ जागरूकता और संवेदीकरण अभियान को ले कर रविवार को पंचायत समिति सभागार में एक दिवसीय विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर के दौरान शिमला से राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ जागरूकता और संवेदीकरण अभियान के तहत आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम से वर्चुअल माध्यम से हाल में उपस्थित स्थानीय विद्यालयों के स्काउट एण्ड गाइड व छात्राएं जुडी रही ।
ग्रामीणों ने शिमला से कार्यक्रम के मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान, कार्यकारी अध्यक्ष प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण का संबोधन वर्चुअल माध्यम से देखा और कानूनी पहलुओं पर महत्वपूर्ण जानकारियां भी हासिल की।
पंचायत समिति सभागार में अध्यक्ष उप मण्लीय विधिक सेवाएं प्राधिकरण आनी सीनियर सिविल जज एवं मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी अशोक कुमार ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए कहा कि नशीली दवाइयों के दुरुपयोग के शिकार लोगों को नशे के गिरफ्त से बचाने व स्वस्थ जीवन यापन के लिए प्रेरित करने की प्रथम नैतिक जिम्मेवारी परिवार व समाज की रहती है।
मुख्य न्यायिक दंण्डाधिकारी अशोक कुमार ने ग्रामीणों से आग्रह किया कि बच्चों को पारिवारिक परिवेश में उच्च नैतिक व संस्कारी शिक्षा से मजबूती प्रदान करने पर बल दें। ताकि नशीले पदार्थों के दुरुपयोग से विशेषकर युवाओं को सुरक्षित रखा जा सके। कानून व संस्कार एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, नैतिक शिक्षा से ही कानून की सही अनुपालना सुनिश्चित होती है बहराल आज के बदलते वक्त के साथ भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए नैतिक शिक्षा एवं जागरूकता अत्यंत आवश्यक है |
एडवोकेट सुनील कुमार मियां ने नशीले पदार्थों के दुरुपयोग को लेकर कानूनी प्रावधानों विशेषकर एनडीपीएस एक्ट की जानकारी देते हुए कहा कि माता पिता और अभिभावकों को अपने बच्चों के प्रति सतर्क रहना चाहिए और यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि कहीं उनका बच्चा नशे का शिकार तो नहीं ही रहा है?
उप मण्डल पुलिस अधिकारी आनी उप अधीक्षक चंद्रशेखर कायथ आनी ने स्वयं सहायता समूहों,महिला मण्डलों व स्थानीय स्कूली बच्चों से आग्रह किया कि स्कूलों, गांवों या आसपास के क्षेत्रों में किसी भी संदिग्ध नशेड़ी व्यक्तियों के बारे में तथा नशा के व्यापार,भण्डारण,खरीद फरोख्त गतिविधि में शामिल लोगों पर कड़ी नजर रखें और तुरंत पुलिस सहायता केंद्र में कॉल करें ।
स्वास्थ्य विभाग के डॉ अक्षय कपूर ने मादक द्रव्यों के दुष्प्रभावों,रोकथाम व उपचार के बारे में भी जानकारी दी। गौरतलब है कि रविवार को समूचे प्रदेश में स्थित सभी न्यायालय परिसरों में नशे के खिलाफ़ एक विशेष अभियान छेड़ा गया है जोकि सप्ताह भर चलेगा।
उप मण्डल विधिक सेवा प्राधिकरण आनी के अध्यक्ष अशोक कुमार ने सभी एनजीओ, स्वयं सहायता समूहों ,महिला मण्डलों, युवक मण्डलों, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों,शिक्षको, वकीलों का आवाह्न किया है कि नशे के खिलाफ़ इस जंग को जीतने में अपनी सक्रिय भूमिका अदा करें।उन्होंने नशा मुक्ति एवम पुनर्वास केंद्र की स्थापना,नशा पीड़ितों की मदद करने,नशे के बढ़ते प्रचलन को रोकने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशा के आदि लोगों की पहचान करने और नशा रोकने के लिए विशेष इकाइयां बनाई जानी चाहिए।
तहसील कल्याण अधिकारी आनी सतीश शर्मा ने बताया कि नशे के प्रचलन को शिक्षा के प्रसार और जन जागरूकता द्वारा रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपना फ्री समय खेल गतिविधियों और पुस्तकालयों में अध्ययन में व्यतीत करना चाहिए ताकि वे नशे में न फंस सकें।
शिविर में स्थानीय विद्यालयों के विद्यार्थी सह स्कॉट एण्ड गाइड व महिला मण्डल के सदस्यों सहित शिक्षक, बार एसोसिएशन आनी के सदस्य एडवोकेट सी.एल. ठाकुर,कपिल,सतपाल शर्मा,कुलदीप चौहान, महेन्द्र, योगेन्द्र योगी,पुलिस थाना से मुख्य आरक्षी चेत राम,अनूप नेगी, महिला मण्डल तनोटा मौजूद रहे।
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