सतलुज जल विद्युत निगम कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी (संबंधित सीटू) का छठा इकाई सम्मेलन झाकड़ी में हुआ। सम्मेलन में 307 मजदूरों ने भाग लिया। सम्मेलन में सर्वसम्मति से 45 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया जिसमें सूरम लाल वास्टू को सलाहाकार, गुरदास को अध्यक्ष, कामराज को महासचिव, पवन को कोषाध्यक्ष, जतिन नेगी, राकेश ठाकुर, राज कुमार, दीपक, कमला व राजकुमार को उपाध्यक्ष, पवन बिष्ट, विद्या प्रवीण हर दयाल, कौल राम को सचिव, राजेन्द्र, अमीर नेगी, निशा, तिलक राज, दीपक, रेखा, चूड़ा राम, कुलदीप, कली, बलदेव शर्मा, पार्वती, पवन कुमार, सुरेश, ददन यादव, हेमराज, कृष्ण, जगदीश, शिशुपाल, देवेन्द्र कुमार, कुलदीप, जगदीश, विनोद, प्यारे लाल, दौलत राम, पपु ठाकुर, दिलमुखी, शिवलाल, बसंती, आशा को सदस्य चुना गया।
सम्मेलन का उद्धघाटन करते हुए सीटू राज्य अध्यक्ष विजेन्द्र मेहरा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जब-जब भी ट्रेड यूनियन आंदोलन की बात आएगी तो नाथपा झाकड़ी परियोजना का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। परियोजना के निर्माण के समय यहां छः महीने लम्बा आंदोलन चला जिस में देवदत्त की शहादत्त हुई थी। उन्होंने कहा कि देश में मोदी सरकार द्वारा मजदूर विरोधी नीतियाँ लागू की जा रही हैं। सरकार द्वारा मजदूरों के अधिकारों को खत्म किया जा रहा है। स्थायी रोजगार को खत्म कर फिक्स टर्म रोजगार दिया जा रहा है। मजदूरों के यूनियन बनाने के अधिकार के ऊपर हमला हो रहा है। भारत की मजदूर जमात ने अंग्रेजो के शासन काल मे भी मजदूर के पक्ष में कानून बनाने के लिए मजबूर कर दिया था, लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार का 44 श्रम कानूनों में बदलाव कर 4 श्रम संहिताएं ले आई हैं। यह मजदूरों के ऊपर सबसे तीखा हमला है। भाजपा सरकार श्रम कानूनों को सरल बनाने के नाम पर देश में सभी श्रेणियों के श्रमिकों पर हमला करने की कोशिश कर रही है। यह वास्तव में मज़दूर वर्ग पर आधुनिक गुलामी थोपने का खाका है।
सीटू जिलाध्यक्ष कुलदीप डोगरा ने कहा कि केन्द्र में भाजपा की मोदी सरकार ने जो नवउदारवादी विकास का रास्ता चुना है वह पूँजीपतिपरस्त व मजदूर विरोधी दिवालियेपन का रास्ता है। सीटू मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ पूरे देश में निर्णायक लड़ाई लड़ रही है। पूर्व जिला परिषद सदस्य व एआईएलयू उपाध्यक्ष दलीप सिंह कायथ ने मजदूरों के छठे सम्मेलन पर मजदूरों को शुभकामनाएं दीं। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए नव निर्वाचित अध्यक्ष गुरदास व महासचिव कामराज ने कहा कि अपनी आजीविका के अधिकारों और लंबे संघर्षों से हासिल अधिकारों को मजदूर वर्ग की वर्गीय एकता को बनाते हुए देश की सरकार द्वारा लागू की जा रही नवउदारवादी नीतियों को बदल कर अपनी पक्ष में नीतियों को बदलने के लिए तीखे संघर्ष करेंगे। सम्मेलन में सीटू ज़िला किन्नौर अध्यक्ष मदन नेगी, उपाध्यक्ष श्याम सोनी, शिमला ज़िला कोषाध्यक्ष व होटल यूनियन महासचिव बालक राम, उपाध्यक्ष रणजीत ठाकुर, सचिव अमित कुमार, एसजेवीएन 412 मेगावाट यूनियन महासचिव नीलदत व सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट वर्करज़ यूनियन उपाध्यक्ष विक्रम शर्मा मौजूद रहे।
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