जिला कुल्लू के सैंज घाटी के अतिदुर्गम पंचायत गाड़ापार के शुगाड़,शाक्टी, मरौड़,कुटला गांव में आजादी के 76 वर्ष बाद भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। सड़क सुविधा से वंचित उपरोक्त गांव के लोग आज भी पैदल चलने को मजबूर है।
शुक्रवार को मरौड़ गांव की रक्षा देवी की बेटी अचानक बीमार हो गई। जिससे परिवार वाले परेशान हो गए । उनके परिजनों को कहना है कि अगर शाक्टी में ही स्वास्थ्य केंद्र होता तो इतनी परेशानी नहीं होती।रक्षा देवी ने अपने बेटी को पीठ में उठाकर निहारनी तक पहुंचाया । वहीं ग्रामीण राम चंद, हीरा चंद,डोले राम,लाल सिंह,शेर सिंह,जित राम,लग्न राणा ,हीरा लाल,सेस राम,तेज राम, गोविंद राम व भाग चंद का कहना है कि गांव में मूलभूत सुविधाएं ना होने से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि गांव में ना तो स्वास्थय केंद्र है और ना ही सड़क। ग्रामीण राम चंद ने बताया कि अगर कभी कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है तो उसे पीठ पर उठाकर सामुदायिक स्वास्थय केंद्र सैंज पहुंचना पड़ता है।ग्रामीणों ने सरकार से गुहार लगाई है कि उनके पंचायत को सड़क सुविधा से जोड़ा जाए या फिर गांव में ही स्वास्थय केंद्र खोला जाए। इस बारे में ग्रामीणों द्वारा जल्द ही एक जनरल हाउस बुलाया जाएगा और क्षेत्र की इन समस्याओं को लेकर ग्रामीण जल्द ही लोक निर्माण विभाग मंत्री से मिलेंगे और उन्हें शाक्टी, मरौड़, शुगाड़ व कुटला गांव आने का न्यौता दिया जाएगा । ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि उनके क्षेत्र के जो विकास कार्य पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में नहीं हुए वर्तमान सुक्खू सरकार के कार्यकाल में वह अवश्य पूर्ण होंगे और इन गांव को जल्द ही सड़क सुविधा से जोड़ा जाएगा।
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