शिमला शहर में टूरिस्ट गाइडों ने अपनी मांगों व समस्याओं को लेकर टूरिस्ट गाइड यूनियन शिमला का गठन किया है। जिसमें जगत सिंह राणा को अध्यक्ष, बलबीर सिंह को महासचिव, अनिल शर्मा को कोषाध्यक्ष, इंद्र ठाकुर को उपाध्यक्ष व अत्तर राणा को सचिव चुना गया। सुनील शर्मा, विक्रम पुंडीर, अत्तर सिंह, प्रकाश शर्मा, रघुवीर शर्मा, सीता राम शर्मा, लाल सिंह चौहान, सुरेंद्र ठाकुर व आत्मा राम को कमेटी सदस्य चुना गया। यूनियन ने सीटू से सम्बद्ध होने का निर्णय लिया है।
सम्मेलन को सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, हिमाचल होटल मजदूर लाल झंडा यूनियन अध्यक्ष विनोद बिरसांटा, चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियन महासचिव सुरेश कुमार व उपाध्यक्ष राजेश राणा ने सम्बोधित किया। यूनियन ने निर्णय लिया है कि गाइडों की मांगों को लेकर शीघ्र ही उनका प्रतिनिधिमण्डल हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष, पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष, पर्यटन विभाग के निदेशक, उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक शिमला से मिलेगा व उन्हें मांग पत्र सौंपेगा। विजेंद्र मेहरा, जगत सिंह राणा व बलबीर सिंह ने मांग की है कि शिमला शहर में कार्यरत सभी गाइडों के पंजीकरण की प्रक्रिया तुरन्त पूर्ण की जाए। पुराने पंजीकृत गाइडों का नवीनीकरण तुरन्त किया जाए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के कुल सकल घरेलू उत्पाद में पर्यटन क्षेत्र की हिस्सेदारी लगभग आठ प्रतिशत है जोकि लगभग तेरह हज़ार करोड़ बनता है। इस उद्योग में अन्य लोगों के साथ ही गाइडों की भी एक बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है। पर्यटन उद्योग के विस्तार के लिए टूरिस्ट गाइडों का संरक्षण व प्रोत्साहन बहुत आवश्यक है क्योंकि इनसे पर्यटन कारोबार को गति मिलती है व शिमला शहर की ऐतिहासिक धरोहर, विरासत व इतिहास तथा पर्यटन स्थलों की जानकारी पर्यटकों तक पहुंचती है। गाइडों के संरक्षण व रखरखाव के लिए प्रदेश सरकार को एक ठोस नीति बनानी चाहिए जिससे टूरिस्ट गाइडों की सामाजिक सुरक्षा निश्चित हो पाए। उन्होंने पर्यटन क्षेत्र से जुड़े टैक्सी ऑपरेटरों, ड्राइवरों,टूअर एन्ड ट्रेवल एजेंट्स, गाइडों, कुलियों, होटल व होम स्टे संचालकों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार से इन सभी के लिए पर्यटन कल्याण बोर्ड के गठन की मांग की है।
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