2 जुलाई।
डी.पी.रावत।
ब्यूरो रिपोर्ट आनी।
विकास खण्ड आनी की ग्राम पंचायत लझेरी के रशांडी गांव में पंचायत द्वारा नरेगा के तहत अवैध सड़क "गई से उटा गोसर ट्रैक्टर रोड़" निर्माण मामले में प्रधान जीत राम ने खुद को अलग कर दिया है। उन्होंने इस मामले में वार्ड पंच और जीआरएस को दोषी ठहराया है।
उनका कहना है कि यदि वे जल्द बाज़ी मस्टर रोल ज़ारी ने करते; तो यह फिजूल का विवाद नहीं होता और न ही किसी के घर में दरारें आती व न ही किसी के घरों को खतरा होता।
उन्होंने मीडिया को बताया कि वे ट्रैक्टर रोड़ को उटा गोसर से रशांडी गांव तक पहुंचाना चाहते थे। ताकि सभी गांव वासियों को इसका फायदा मिल सके। मगर वार्ड पंच बबिता देवी और उनके पति राजेन्द्र कुमार और उनके ससुर रूप लाल की जिद्द व महत्वाकांक्षा ने उसे उटा गोसर से एक इंच आगे बढ़ने नहीं दिया। उन्होंने वार्ड पंच और ग्राम रोज़गार सेवक को मौखिक आदेश दिए थे कि जब तक सभी भूमि मालिकों से अनापत्ति शपथ पत्र तब तक कार्य शुरू करने के लिए कोई भी मस्टर रोल न ज़ारी किए जाएं।
मगर,वार्ड पंच और ग्राम रोज़गार सेवक ने नियमों को ताक में रखते हुए व अपनी मन मर्ज़ी करते हुए मस्टररोल ज़ारी कर दिया और 19 अप्रैल 2023 को कार्य शुरू कर दिया।
जब मनरेगा के मजदूर उक्त कार्य स्थल पर कार्य करने पहंचे भू मालिकों ने इसका विरोध किया।
यहीं से इस विवाद का जन्म हुआ। जो आज कोर्ट तक पहुंच गया है।
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