25 जुलाई।
कुल्लू जिले के गड़सा घाटी में बादल फट गए हैं। बादल फटने से पांच घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि पंद्रह घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। यहाँ तक कि पुल भी बह गए हैं। मंगलवार अल सुबह करीब 4:00 बजे हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की गड़सा घाटी में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। बादल फटने से हुरला नाला और पंचानाला बाढ़ गया। 15 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं और पांच पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
बाढ़ ने तीन पुल भी तोड़ डाला है। साथ ही, कई जगह भुंतर-गड़सा मनियार सड़क मार्ग भी खराब हो गया है। सरकारी और निजी जमीन को नुकसान हुआ है और कुछ मवेशी भी बह गए हैं। प्रशासन ने भुंतर मौके के लिए नायब तहसीलदार को भेजा है।
गड़सा घाटी में हुरला और पंचानाला में बाढ़ के बाद लोग अपने घरों से भागे। नालों में बाढ़ आने से लोग घबरा गए। बादल फटने से कोई वास्तविक नुकसान नहीं हुआ। कुल्लू में पिछले 16 दिनों में 12 से अधिक बादल फटने की घटनाओं ने पर्यावरणविदों और स्थानीय लोगों को चिंतित कर दिया है।
वहीं चंबा जिले की चुराह उपमंडल ग्राम पंचायत नेरा के वार्ड रलहेरा में वार्ड पंच के घर को खतरा है। रात को भारी बारिश से नाला बाढ़ गया। इससे बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।
हिमाचल प्रदेश में मानसून अभी भी सक्रिय है। मंगलवार को मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही, बुधवार और गुरुवार के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 30 जुलाई तक मौसम खराब रहेगा। सोमवार रात को धर्मशाला में 80.2 मिलीमीटर, पालमपुर में 50.6 मिलीमीटर और जोगिंद्रनगर में 26.0 मिलीमीटर बारिश हुई है। राज्य में इस मानसून सीजन में अब तक 44 लोग मारे गए हैं।
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