24 जुलाई।
HPMC will buy apples from today in Parala, Solan and Parwanoo
सरकार ने मंडियों में एचपीएमसी के माध्यम से सेब खरीदने का निर्णय लिया है ताकि बागवानों को बचाया जा सके और आढ़तियों को धोखा दिया जा सके। सोमवार से हिमाचल प्रदेश बागवानी उत्पाद विपणन और प्रसंस्करण निगम लिमिटेड (HPMC) के अधिकारी पहली बार मंडियों में सेब की बोलियां लगाते दिखाई देंगे। HPMC पहली बार ए ग्रेड सेब खरीदेगा, जो आज तक सी ग्रेड सेब खरीद चुका है। HPMC सेब को शिमला की पराला, सोलन और परवाणू मंडी में खरीदना शुरू करने जा रहा है।
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने प्रबंध निदेशक सुदेश कुमार मोख्टा और महाप्रबंधक हितेश आजाद को मंडियों में बागवानों से सेब खरीदने की प्रणाली को सफलतापूर्वक लागू करने का काम सौंपा है। प्रदेश सरकार ने शनिवार शाम जारी किए गए आदेशों के बाद दोनों अधिकारियों ने सेब खरीदने और बेचने के लिए कमेटियां बनाई हैं। पराला, सोलन और परवाणू में सेब खरीदने की जिम्मेदारी क्षेत्रीय प्रबंधक स्तर के अधिकारियों को दी गई है।
मुख्यालय स्तर पर विपणन कमेटी गठित की गई है। कृषि विपणन बोर्ड ने एपीएमसी शिमला और सोलन को सोमवार सुबह तीनों मंडियाें में HPMC को आवश्यक स्थान देने के निर्देश दिए हैं। मंडियों में खरीदे गए सेब को बड़ी निजी कंपनियों से विपणन करने के लिए सरकार ने एचपीएमसी को बड़ी निजी कंपनियों से संपर्क करने के निर्देश दिए हैं, ताकि बागवानों को जल्द ही उपज की कीमत मिल सके। अन्य कंपनियां, जैसे बिग बास्केट, वालमार्ट, रिलायंस फ्रेश और सफल, जल्द ही सेब खरीदना शुरू कर देंगे।
बागवानों को जल्दी पैसा मिलेगा
सरकार ने मंडियों में एचपीएमसी के माध्यम से सेब खरीदने का निर्णय लिया है ताकि बागवानों को बचाया जा सके और आढ़तियों को धोखा दिया जा सके। सोमवार से पहले, पराला, सोलन और परवाणू में सेब की बिक्री शुरू होगी। बाद में अन्य दुकानों में सेब खरीदने लगेंगे। HPMC ने कहा है कि बागवानों को उपज का पैसा जल्द से जल्द मिलना चाहिए। - जगत सिंह नेगी, कृषि मंत्री
एपीएमसी कानून के तहत भुगतान जिस दिन किसान का उत्पाद मंडियों में बिकेगा, उसी दिन किया जाना चाहिए। मंडियों में आढ़ती अपनी सहूलियत से बागवानों को पंद्रह दिन, एक महीने, छह महीने या एक वर्ष बाद भुगतान करते हैं। बागवानों को लगता है कि HPMC कब भुगतान करेगा। क्योंकि बागवानों से सी ग्रेड सेब खरीदने के लिए वर्षों तक पैसा नहीं मिलता
सरकार की सख्ती के बाद रविवार को शिमला की भट्ठाकुफर और ठियोग की पराला मंडी में आढ़तियों ने किलो पर सेब की बोली लगाई। लेकिन वे कुछ आढ़ती चालाकी करते भी दिखे। किलोग्राम के हिसाब से आढ़ती बोली लगा रही थी, तो उसका मुंशी 22 किलोग्राम के हिसाब से पेटी का रेट भी ऊंची आवाज में बोल रहा था।
अब बाहरी राज्यों के आढ़ती प्रदेश की मंडियों में सेब खरीदने के लिए कृषि विपणन बोर्ड और एपीएमसी में आवेदन कर सकेंगे। लाइसेंस लेने के लिए भी ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। लाइसेंस के लिए आवेदन करने के लिए बोर्ड और समिति की वेबसाइट पर दिए गए लिंक का उपयोग करना होगा।
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