2 अगस्त।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष कर्ण भटनागर ने जानकारी देते हुए कहा है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हमेशा मौजूदा समस्याओं के समाधान के लिए सुझावों के साथ साथ आम छात्रों की आवाज उठाने में सक्रिय भूमिका निभाता है। इसी के संदर्भ मेंबुधवार को विद्यार्थी परिषद ने वीसी कार्यालय के बाहर छात्र मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया । जिसमें विद्यार्थी परिषद की मुख्य मांग आर्थिक कमजोर वर्ग को अन्य आरक्षित वर्गो की भांति छात्रावास में आरक्षण मुह्या करवाया जाए।इसी के साथ कर्ण ने बताया कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पिछले अक्तूबर के पुनर्मूल्यांकन के परिणाम अभी तक नहीं आए हैं उन्हें जल्द से घोषित किया जाए।
साथ ही साथ इस वर्ष जिन छात्रों के परिणाम लंबित है उन परिणामों के कॉन्फिडेंसियल रिजल्ट बनाने का प्रावधान परीक्षा नियंत्रक द्वारा लाया गया है लेकिन उस परिणाम को लेने के लिए छात्रों को 500 रुपया फीस कटवाने पड़ेगी। ऐसे प्रावधानों में आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को भारी भरकम फीस उठाने पड़ेगी परिषद प्रशासन के ऐसे निर्णयों का विरोध करती है।
कर्ण ने अपने वक्तव्य में कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने अपने कार्य को आसान करने के लिए ईआरपी सिस्टम को लाया गया था लेकिन उसके बाद से विश्वविद्यालय के परिणामों में खामियां देखने को मिलती हैं। जब से ईआरपी को लाया गया है तब से प्रदेश के छात्रों को अनेक समस्याओं का सामना करने पड़ रहा है। इस वजह से कुछ छात्रों के 2-2 वर्ष परिणाम की प्रतीक्षा में निकल जाते हैं।
विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया में आए दिन धांधलियां देखने को मिलती हैं।जिससे आम छात्र मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं।अकसर ऐसे मामलो में विश्वविद्यालय के आला अधिकारी भी संलिप्त पाए जाते रहे हैं विश्वविद्यालय अकसर ही ऐसे सवालों के घेरे में दिखता रहा है।
विद्यार्थी परिषद ने हॉस्टल और विश्वविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की मांग लंबे समय से करती आ रही है परंतु विवि प्रशासन द्वारा अभी तक किसी प्रकार का ठोस कदम नहीं उठाया गया जब भी सुरक्षा अधिकारी से बात करे तो वह बजट न होने की बात कर के अपना पल्ला झाड़ लेते हैं इसी कारण से हॉस्टल में अवैध प्रवेश को बड़ावा मिल रहा है
पिछले दिनों एक छात्र हॉस्टल में अवैध प्रवेश के दौरान छत से गिरने की खबर मिली है जिसका अभी तक आईजीएमसी में उपचार चला हुआ है ।
विद्यार्थी परिषद विवि प्रशासन से मांग करती है की इन सभी छात्र मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए और प्रदेश के छात्रों को परेशान करना बंद करे यदि विद्यार्थी परिषद की इन मांगों को समय रहते पूरा नहीं किया गया तो परिषद विवि प्रशासन के विरूद्ध कड़ा संज्ञान लेते हुए उग्र आंदोलन करने से कोई गुरहेज नही करेगी और इसका जीमेदार प्रशासन स्वयं होगा।
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