समीक्षा बैठक में अधिकारियों को सीपीएस की दो-टूक 15 अगस्त से पहले पूरा करें राहत और पुनर्वास का काम।



4 अगस्त

 सुंदर सिंह ठाकुर ने सैंज में की राहत एवं पुनर्वास कार्यक्रम की सीमक्षा; जलशक्ति विभाग को जिभी, तीर्थन, सैंज, गड़सा खंड के तटीकरण का मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश, रिकार्ड समय में बिजली और पानी मुहैया करवाने के लिए कहा

बंजार उपमंडल में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से हुए नुकसान की समीक्षा बैठक में मुख्य संसदीय सचिव एवं जिला स्तरीय राहत एवं पुनर्वास समिति के अध्यक्ष सुंदर सिंह ठाकुर ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि सभी विभागों को आपसी समन्वय से काम करने के निर्देश दिए गए, ताकि सभी राहत व पुनर्वास कार्य 15 अगस्त से पहले पूरे किए जा सकें। उनका कहना था कि बाढ़ आपदा से निपटने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुख्खू ने रिकॉर्ड समय में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की और जिले के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 60 हजार पर्यटकों को उनके गंतव्यों तक पहुंचाया गया था। उपमंडल अधिकारी बंजार हेमचंद वर्मा ने बैठक में बताया कि आठ से 15 जुलाई के मध्य में उपमंडल बंजार में लगातार वर्षा हुई, जिससे 1978 के तहसील बंजार में कई घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। एक करोड़ 76 लाख घरों को आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त करने वालों को अभी तक 30 लाख 87 हजार रुपये की राहत दी गई है।

उन्होंने कि सरकारी भूमि पर कुल 110 घर क्षतिग्रस्त हैं जिनमें से प्रत्येक को 15000 प्रति की दर से राहत राशि प्रधान की गई है। ढाबे तथा दुकान चलाने वालों को एक लाख रुपए की राहत राशि प्रधान की गई है। आपदा से 20 घराट भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। आपदा से किराए पर रहने वाले 232 लोगों को बेघर होने पर 11 लाख 70 हज़ार की राशि दी गई है तथा 191 गौशालाओं को भी क्षति पहुंची है। उन्होंने कहा जिन लोगों को रहने के लिए कोई विकल्प नहीं बचा है उन्हें 552 किट भी प्रदान की गई हैं 2765 लोगों को तिरपाल भी प्रदान किए हैं तथा अभी भी जरूरतमंद लोगों को प्रदान किए जा रहे हैं सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र सैंजए न्यूली रितेश बिहाली रोपा, सपंगानी, बख्शाल, तरेडा इत्यादि स्थानों में 692 कंबल और रजाई इत्यादि भी वितरित किए हैं।लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत बंजार में तीन उपमंडल हैं, जिनमें 95 में से 41 सडक़ें आंशिक रूप से छोटे वाहनों के लिए खोल दी गई हैं 36 सडक़ें आंशिक रूप से वाहनों के लिए बहाल की गई हैं तथा 18 सडक़ें अभी तक बंद हैं । जिनको खोलने का कार्य प्रगति पर चला है। बैठक में बंजार के विधायक सुरेन्द्र शौरी, एपीएमसी के अध्यक्ष मियां राम सिंह, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दुष्यंत ठाकुर, जिला परिषद सदस्य मान सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष आशा शर्मा, डीएसपी शेर सिंह मौजूद थे।

मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि बंजार में एक एसडीओ मैकेनिकल विंग में होगा। आगामी दिन रेला सडक़ को बहाल करेगा, और एक सप्ताह में सैंज से न्यूली के बीच सडक़ को बहाल करेगा। एचपीपीसीएल  ने कहा कि दरमेडहा करटाह और न्यूली की सड़कों को बहाल करने और नदी तट को बचाने का काम जल्दी शुरू होगा। एनएचपीसी ने बताया कि 3 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में भेजे गए हैं। लारजी, बिहाली सेंज और सियुंड की सड़कों को फिर से बनाया गया है। बाढ़ संरक्षण के लिए पांच करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं। विद्युत बोर्ड ने बताया कि कुल 2 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है और 198 ट्रान्सफर में से 20 अभी बंद हैं। जलशक्ति क्षेत्र में 202 में से 199 स्कीमों को बहाल किया गया है, जिससे कुल 44 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कृषि विभाग ने बताया कि 3452 हेक्टेयर जमीन पर फसल को क्षति हुई है, लगभग 2000 बीघा पर राहत दी गई है। उन्होंने कहा कि कुल 21 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। 1690 में बागवानी हुई है, जिसमें 9. 35 करोड़ का नुकसान हुआ है। सीपीएस ने विभाग को सख्त निर्देश दिए कि बंजार गुशैनी, गढ़सा, बाहु और अन्य क्षेत्रों में सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य की सेब खरीदने के लिए केंद्र खोले जाएं।


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