ABD NEWS:पंजाब में जहां बढ़ता नशा नासूर बनता जा रहा है, वहीं सीमावर्ती हलका खेमकरण का गांव मनावी खुद में एक मिसाल बन गया है। ये गांव पूरी तरह से नशामुक्त है। गांव में न कोई नशा करता है और न ही फआइआर दर्ज है। पुलिस रिकार्ड में भी गांव पांच वर्ष से नशामुक्त है। एक मार्च को डीजीपी गौरव यादव ने भी गांव के नशामुक्त होने को लेकर बकायदा समारोह करवाया था और दो लाख की राशि बतौर पुरस्कार दी थी।
भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव मनावां की करीब 1200 है। इसके आसपास गांव दूहल कोहना, भूरा कोहना, भूरा करीमपुरा, कलंजर व उताड़ नशे के लिए बदनाम हैं, लेकिन इस गांव के न तो किसी ग्रामीण के खिलाफ नशे को लेकर एफआइआर दर्ज है, न ही पुलिस ने कभी कोई छापामारी की है। गांव के सरपंच सतनाम सिंह भी अमृतधारी परिवार से संबंधित है। उन्होंने गांव को नशामुक्त बनाने में अहम भूमिका निभाई है। यही नहीं आसपास के गांवों को नशामुक्त बनाने के लिए गांव के मास्टर सतनाम सिंह मनावां ने एंटी ड्रग एसोसिएशन पंजाब (एडीएपी) का गठन किया है।
उन्होंने पांच माह के दौरान 25 से 30 गांवों में बैठकें कर इन गांवों के लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक किया। यही नहीं, तस्करों पर शिकंजाकसने के लिए हर स्तर पर आवाज उठाई। नशा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए चार बार थानों का घेराव भी किया। एक बार डीसी, एक बार एसएसपी व दो बार थाना प्रभारियों के साथ मिलकर तस्करों पर शिकंजा कसने के लिए कार्रवाई करवाई।
आसपास के आठ गांव भी करवाए नशामुक्त मास्टर सतनाम सिंह मनाव जागरूकता के जरिये अब तक आठ गांवों को नशामुक्त करवा चुके हैं। उनके प्रयास से गांव वरनाला, आसल उताड़, पूनिया,वल्टोहा, खेमकरण, घरियाला, ठट्ठा के लोगों पर ऐसा प्रभाव पड़ा कि इन्होंने ने भी नशे के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है। यहीं नहीं नशे के खिलाफ जागरूकता के लिए अब हर माह इन गांवों में बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया है। हाल में जिला मोगा, गुरदासपुर व जालंधर में भी एडीएपी ने इकाइयों का गठन कर दिया है।
युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए करवा रहे खेल टूनामेंट : नशा के खिलाफ जागरूकता अभियान में जुटे मास्टर सतनाम सिंह मनावां ने युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए गांवों में खेल टूर्नामेंट भी करवा रहे हैं। उन्होंने अपनी टीम में मंजीत सिंह आसल उताड़, मनप्रीत सिंह कालिया, घुल्ला सिंह, राजविंदर सिंह घरियाला, सारज सिंह घरियाला, सागरप्रीत सिंह, भुपिंदर सिंह, धर्मबीर सिंह चीमा, वीनित कुमार, गुरभेज सिंह वल्टोहा, नछत्तर सिंह को शामिल किया है। इन लोगों के परिवार नशे से पूरी तरह से दूर हैं।
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