साहिबगंज- पर्यावरण प्रेमी सह चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता सैयद अरशद नसर द्धारा ऐतिहासिक राजमहल पहाड़ के संरक्षण व संवर्धन हेतु व राजमहल पहाड़ पर अवस्थित विलुप्त होती आदिम जनजाति पहाड़िया समुदाय व पहाड़ पर अवस्थित कीमती दुर्लभ जड़ी बूटी पेड़ पौधे जीव जंतु गंगा नदी जलीय जीव जंतु पहाड़ी झरने फॉसिल धार्मिक व ऐतिहासिक धरोहर को बचाने व अंधाधुंध अवैध खनन क्रशर परिवहन पर रोक लगाने व आम लोगों को जल वायू ध्वनि प्रदूषण जाम से मुक्ति दिलाने हेतु दायर याचिका संख्या ओए - 23/2017 पर आज एनजीटी प्रधान बेंच नई दिल्ली में सुनवाई होगी।
जानकारी के अनुसार सुनवाई दिन के 10:30 बजे से होगी।सीरियल नंबर 01 पर मामला सूचीबद्ध है और बता दे सुनवाई एक्टिंग चेयर पर्सन शिव कुमार सिंह की बेंच करेगी।
इसी लिए सुनवाई में अपना पक्ष रखने के लिए इस मामले के याचिकाकर्ता सैयद अरशद नसर भी दिल्ली पहुंच चुके हैं।
नसर ने बताया कि कार्बन डेटिंग से पता चला है कि राजमहल पहाड़ी हिमालय पर्वत से पांच हजार साल पुराना है इसलिए इसके संरक्षण व संवर्धन की अत्यंत ही जरूरत है।
सुनवाई पूर्व एनजीटी द्वारा राज्य के अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी व ईडी को अपनी सीलबंद प्रगति रिपोर्ट दाखिल करनी है।
बीते दिनों राज्य के अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय कमेटी जिले का हंगामेदार भ्रमण कर जा चुकी है।
बता दे सभी पुलिस प्रशासनिक पदाधिकारी से लेकर राजनीतिज्ञ पत्थर कारोबारियों माफियाओं व आम लोगों का ध्यान इस सुनवाई पर होगा।
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