ABD NEWS चंडीगढ़ : मणिपुर में हिंसक झड़प और महिलाओं के साथ हुए क्रूर व्यवहार के कारण गुस्साए दलित व ईसाई समुदाय के लोगों ने 9 अगस्त को पुरे पंजाब में बंद का आह्वान किया है। इसके मद्देनजर पंजाब के अधिकतर स्कूलों ने अपने स्तर पर बुधवार को सुरक्षा के मद्देनजर छुट्टी की घोषणा कर दी है, हालांकि सरकार द्वारा इस पर अभी कोई आदेश जारी नहीं किया गया है।
ईसाई और दलित भाईचारे ने जालंधर के प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मणिपुर इंसाफ मोर्चा का गठन करके पंजाब बंद की घोषणा की थी। मोर्चा के अध्यक्ष सुरजीत थापर ने 9 अगस्त को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक रास्तों पर ट्रैफिक बंद रखने की भी घोषणा की, जिसके बाद स्कूल संचालकों ने भी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है। सुरक्षा के चलते यह फैसला लिया गया है।
दलित व ईसाई नेताओं ने कहा कि भगवा उग्रवादियों द्वारा मणिपुर में 2 महिलाओं की इज्जत लूटना भारत के माथे पर कलंक है। उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में यह पहली घटना नहीं है। ओडिशा में ग्राहम स्टेन और उनके बच्चों को रात में कार में जिंदा जला दिया गया था । गोधरा कांड को कोई नहीं भूला है, जहां गर्भवती महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया था, प्रताड़ित किया गया और मार डाला गया। बिलकिस बानो कई वर्षों से ऐसे अत्याचारों के खिलाफ लड़ रही हैं, लेकिन भाजपा राज में गोधरा कांड के कथित आरोपियों को समय से पहले जेल से रिहा कर दिया गया,
जिससे गैंगस्टरों को बढ़ावा मिला। नेताओं ने कहा कि अगर केंद्र सरकार चाहती तो ऐसी निंदनीय घटना को अंजाम देने वाले को तुरंत सलाखों के पीछे डाला जा सकता था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसकी जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया है और उनकी अस्मत को लूटा गया है। इस अनादर में भाजपा भी पूरी तरह शामिल है। उन्होंने मांग की है कि मणिपुर सरकार को जल्द से जल्द बर्खास्त किया जाना चाहिए।
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