ऊना/कांगड़ा (अंकुश शर्मा /ब्यूरो): बेमौसमी बरसात ने जिला ऊना में खूब तांडव मचाया। अम्ब और गगरेट क्षेत्र में बादल फटने जैसी घटनाओं के चलते ऐसी बाढ़ आई कि नदी-नाले उफान पर हो गए। मुबारिकपुर-चिंतपूर्णी सड़क पर एक गाड़ी पर मलबा गिरा जिसमें आग लग गई। स्वां नदी में बाढ़ के बीच गगरेट के निकट एक ट्रैक्टर चालक बाढ़ के बीच फंस गया जिसे मुश्किल से रैस्क्यू किया गया। अम्ब उपमंडल में कुछ देर में ही 269 मिलीलीटर बारिश दर्ज की गई। नुक्सान का आकलन किया जा रहा है। इसी प्रकार खेतों में गया पंजावर का एक युवक जब बाढ़ में फंसा तो उसे स्थानीय लोगों ने काफी देर बाद बाहर निकाला। लोहारली-चरुरु निर्माणाधीन पुल की काफी मशीनरी बाढ़ की भेंट चढ़ी।
ट्रैक डूबने से रास्ते में रोकनी पड़ी हिमाचल एक्सप्रैस रेल
सितम्बर माह में हुई इस जलक्रांति के चलते स्वां के भीतरी और बाहरी तटों पर कई सौ हैक्टर पर लगाई आलू की फसल तबाह हो गई। गगरेट और अम्ब क्षेत्रों के कई स्कूलों, सरकारी कार्यालयों में पानी भर गया। नदी-नालों में कई लोगों को रैस्क्यू भी किया गया। बाढ़ और बारिश का असर रेल सेवा पर भी पड़ा। कुनेरन के निकट ट्रैक डूबने से हिमाचल एक्सप्रैस रेल बीच रास्ते में रोकनी पड़ी तो दौलतपुर चौक-साबरमती एक्सप्रैस को नंगल से ही डायवर्ट कर दिया गया। जलस्तर में हुई वृद्धि से रामपुर-हरोली पुल पर घुमंतू पशुपालक गुज्जर परिवारों को भी रैस्क्यू किया गया। उनके पूरे ठिकाने पानी से जलमग्न हो गए। स्वां नदी किनारे कई सौ हैक्टेयर भूमि इसकी भेंट चढ़ गई।
उधर बारिश के कारण ल्हासा गिरने से 2 घंटे तक बंद रहा डाडासीबा-तलवाड़ा मार्ग बाद में बहाल कर दिया गया। कांगड़ा जिला के इंदौरा में मंगलवार सुबह पराल से स्कूली बच्चों व अन्य सवारियों को लेकर इंदौरा जा रही एचआरटीसी की बस जैसे ही अरनी यूनिवर्सिटी के पास कच्चे रास्ते के पास पहुंची तो बारिश होने से दलदल बन चुके रास्ते मे धंस गई और पलटने से बच गई।
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