धर्मशाला। कचहरी अड्डा धर्मशाला में नगर निगम की रेहड़ी फड़ी धारकों पर कार्रवाई को लेकर सवाल उठे हैं। बुधवार को अतिक्रमण को लेकर हुई कार्रवाई को लेकर रेहड़ी धारकों ने कहा कि वे यहां सालों से सब्जियां बेच अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। नगर निगम के कर्मचारियों ने उनकी सब्जियों को कचरे की जीप में भर दिया। उन्होंने कहा कि बिना नोटिस के कैसे नगर निगम के कर्मचारी उनकी सब्जी उठा ले गए। जिस जीप में उन्होंने सब्जी भरी वह काफी गंदी थी और सफाई कर्मचारी गंदे जूतों के साथ उनकी सब्जियों पर चढ़ गए, जिस वजह से ताजी सब्जियां खराब हो गईं।
रेहड़ी धारकों ने आरोप लगाया कि कर्मचारी शराब पीकर उनके पास आया और जबरदस्ती उनकी सब्जियां उठा लीं। जब कर्मचारी से शराब के बारे में पूछा तो वे वहां से भाग गया। इसके बाद दुकानदारों ने अपनी सब्जियां और कपड़े जीप से बाहर निकाले। दुकानदार मस्तराम ने कहा कि रोजाना नगर निगम की ओर से उनकी 50 रुपये की पर्ची काटी जाती है, इसके बाद भी उनकी सब्जी को जीप में भरा गया। इससे कहीं न कहीं नगर निगम की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ रही है। एक तरफ अपनी जेब गर्म करने के लिए नगर निगम रेहड़ी-फड़ी वालों की पर्ची काट रहे हैं और कार्रवाई भी इन रेहड़ी फड़ी वालों पर की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे नगर निगम धर्मशाला में प्रवासी अवैध रूप से अपनी रेहड़ियां सड़कों पर सजा रहे हैं, लेकिन उन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। मगर सड़क के बाहर सब्जियां लगाने वालों के साथ वे गलत कर रहे हैं। अगर दोबारा ऐसा किया गया तो वे नगर निगम के खिलाफ आंदोलन करेंगे।
साढ़े सात साल बीते, निगम नहीं बना पाया वेडिंग जोन
धर्मशाला को नगर निगम बने साढ़े सात साल का समय हो चुका है, लेकिन आज दिन तक शहर में एक भी स्ट्रीट वेडिंग जोन नहीं बन पाया है, जहां रेहड़ी-फड़ी वाले अपनी दुकानें लगा सकें।
नगर निगम धर्मशाला की मेयर नीनू शर्मा ने कहा कि किसी भी रेहड़ी फड़ी वाले को लिखित नोटिस नहीं दिया जाता है। कई बार उन्हें वहां से हटने को कहा था, लेकिन वे नहीं हट रहे थे। फुटपाथ पर अपनी रेहड़ियां लगाना गलत है। अगर नगर निगम के कर्मचारी ने ड्यूटी के दौरान शराब पी है तो इसका मेडिकल करवाया जाएगा। अगर कर्मचारी में शराब का मात्रा पाई जाती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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