हिमाचल प्रदेश स्टेट विजिलेंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने ऊना की हरोली तहसील के अंतर्गत नगर पंचायत टाहलीवाल के क्लर्क को 6 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। ये रिश्वत शिकायतकर्ता ठेकेदार यशपाल शर्मा से 3 लाख रुपए के बिल जारी करने की एवज में मांगी गई थी।इस पूरे प्रकरण की कार्रवाई को डीएसपी विजिलेंस कुलविंदर सिंह की अगुवाई में अंजाम दिया गया। नगर पंचायत में शिकायतकर्ता की ये राशि निर्माण कार्य की एवज में भुगतान के लिए लंबित थी।
विस्तार:
नगर पंचायत, टाहलीवाल, तहसील हरोली, जिला ऊना में क्लर्क (अनुबंध आधार) के पद पर तैनात अशोक कुमार को 6000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।वार्ड नंबर 2 में डंगे निर्माण का कार्य पिछले वर्ष नवम्बर में ठेकेदार यशपाल शर्मा ने खत्म कर दिया था।कार्य की लागत 3लाख14 हजार 18 रुपए थी।जिसे नगर परिषद टाहलीवाल से क्लियर करवाना था। अशोक कुमार ने ठेकेदार यशपाल शर्मा के बिल पास करने का कार्य काफी समय से लटका कर के रखा था। 2 फरबरी को यशपाल के बिल पास करवाने की गारंटी किसी दूसरे ठेकेदार ने उठाई थी। फिर बाद मे बिल पास करने के लिए अशोक कुमार ने 2% कमीशन की मांग की थी। ठेकेदार यशपाल शर्मा ने इस पूरे मामले की जानकारी पहले ही एंटी करप्शन ब्यूरो ऊना को देदी थी। ओर आज जब बिल पास करवाने के लिए यशपाल शर्मा अशोक कुमार के पास आया तो उसने मांगी गई रिश्वत के पैसे में रंग लगाकर अशोक कुमार को दिए थे और मौके पर आरोपी के खिलाफ राज्य सतर्कता और एंटी में भ्रष्टाचार निवारण (संशोधित) अधिनियम, 2018 की धारा 7 के तहत करप्शन ब्यूरो ऊना द्वारा मामला दर्ज किया गया है ओर जांच चल रही है।
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